आज का पंचांग: स्वभाव का प्रभाव

पंडित उदय शंकर भट्ट

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

  1. विक्रम संवत – 2082, कालयुक्त
  2. शक सम्वत – 1947, विश्वावसु
  3. पूर्णिमांत – बैशाख
  4. अमांत – बैशाख

तिथि

  1. शुक्ल पक्ष सप्तमी   – May 03 07:52 AM – May 04 07:19 AM
  2. शुक्ल पक्ष अष्टमी   – May 04 07:19 AM – May 05 07:36 AM

नक्षत्र

  1. पुष्य – May 03 12:34 PM – May 04 12:53 PM
  2.  आश्लेष – May 04 12:53 PM – May 05 02:01 PM

करण

  1. वणिज – May 03 07:29 PM – May 04 07:19 AM
  2. विष्टि – May 04 07:19 AM – May 04 07:21 PM
  3. बव – May 04 07:21 PM – May 05 07:36 AM

योग

  1. गण्ड – May 04 01:40 AM – May 05 12:41 AM
  2. वृद्धि – May 05 12:41 AM – May 06 12:19 AM

वार

  1. रविवार

सूर्य और चंद्रमा का समय

  1. सूर्योदय – 5:55 AM
  2. सूर्यास्त – 6:51 PM
  3. चन्द्रोदय – May 04 11:54 AM
  4. चन्द्रास्त – May 05 1:32 AM

अशुभ काल

  1. राहू – 5:14 PM – 6:51 PM
  2. यम गण्ड – 12:23 PM – 2:00 PM
  3. कुलिक – 3:37 PM – 5:14 PM
  4. दुर्मुहूर्त – 05:08 PM – 06:00 PM
  5. वर्ज्यम् – 02:17 AM – 03:57 AM

शुभ काल

  1. अभिजीत मुहूर्त – 11:57 AM – 12:49 PM
  2. अमृत काल – 06:23 AM – 08:00 AM
  3. ब्रह्म मुहूर्त – 04:18 AM – 05:06 AM

आनन्दादि योग

  1. श्रीवत्स Upto – 12:53 PM
  2. वज्र

सूर्या राशि

  1. सूर्य मेष राशि पर है

चंद्र राशि

  1. चन्द्रमा कर्क राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)

चन्द्र मास

  1. अमांत – बैशाख
  2. पूर्णिमांत – बैशाख
  3. शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – बैशाख 14, 1947
  4. वैदिक ऋतु – वसंत
  5. द्रिक ऋतु – ग्रीष्म

Auspicious Yogas

  1. रवि पुष्य योग – May 04 05:55 AM – May 04 12:53 PM (Pushya and Sunday)
  2. सर्वार्थसिद्धि योग – May 04 05:55 AM – May 04 12:53 PM (Pushya and Sunday)

Chandrashtama

  1. 1. Moola , Purva Ashadha , Uttara Ashadha First 1 padam

आज का भगवद् चिंतन

स्वभाव का प्रभाव

मधुर स्वभाव ही जीवन को मधुरता और सुंदरता प्रदान करता है। यदि किसी व्यक्ति में सुंदरता की कमी हो तो अच्छे स्वभाव से पूरी की जा सकती है लेकिन अच्छे स्वभाव की कमी हो तो सुंदरता से उसकी पूर्ति कभी नहीं की जा सकती। चेहरे की सुंदरता तो प्रकृति पर निर्भर होती है लेकिन स्वभाव की सुंदरता हमारी प्रवृत्ति पर निर्भर करती है। चेहरे की सुंदरता नहीं अपितु स्वभाव की मधुरता ही सम्बन्धों में स्थायी प्रीति का आधार है।

चेहरे की सुंदरता जहाँ केवल आँखों तक उतर पाती है, वहीं स्वभाव की सुंदरता सामने वाले के हृदय तक उतर जाती है। अच्छा स्वभाव व्यक्ति को किसी के दिल में उतार देता है तो बुरा स्वभाव व्यक्ति को किसी के दिल से भी उतार देता है। आज हम लोग इसलिए भी दुःखी रहते हैं क्योंकि हम मकान, शहर, देश, मित्र, सम्बंध सब कुछ बदलते हैं पर अपना स्वभाव नहीं बदल पाते। अपने स्वभाव को मृदु बनाओ ताकि हमारा पूरा जीवन मधुरता से भर सके।

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