पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज शनि प्रदोष के साथ शनिवार का व्रत भी इस। इस दिन आपको शनि मंदिर में जाकर पूजा करनी चाहिए। शनि देव को काला तिल, सरसों का तेल, काले वस्त्र, नीले रंग के फूल, शमी के पत्ते आदि अर्पित करना चाहिए। शनि चालीसा और शनि रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न, वस्त्र, कंबल, दवाएं, लोहे के बर्तन आदि का दान करें. मरीजों की सेवा करें। अपने नौकरों के साथ अच्छा व्यवहार करें। इन सब कार्यों से शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में व्यक्ति को लाभ होता है। शनि देव की कृपा पाने का सबसे आसान उपाय है कि आप धर्म के मार्ग पर चलें और सत्य बोलें। गलत कार्यों से दूर रहें।
आज का विचार
हृदय से जो दिया जा सकता है। वो हाथ से नहीं और मौन से जो कहा जा सकता है। वो शब्द से नहीं, संबंधों को सिर्फ समय की ही नहीं समझ की भी जरूरत होती है
आज का भगवद् चिन्तन
मन दर्पण को निहारिए
मन के दर्पण में नित्यप्रति अपने आपको निहारते रहो। जिस प्रकार दर्पण झूठ नहीं बोलने देगा उसी प्रकार ज्ञान भयभीत नहीं होने देगा, सत्य कमजोर नहीं होने देगा, प्रेम ईर्ष्या नहीं करने देगा और विश्वास निराश नहीं होने देगा। अनित्य सुख की चाह में दिन-रात का परिश्रम अथवा सद्गुणों के आश्रय में शाश्वत सुख की प्राप्ति का प्रयास, हम दोनों के चुनाव के लिए स्वतंत्र हैं।
जीवन मिल जाना ही पर्याप्त नहीं जीवन जीना भी आना चाहिए। परमात्मा द्वारा हमें विभिन्न भोग योनियाँ भी प्रदान की जाती हैं इसलिए मानव जीवन केवल भोगों को भोगने के लिए नहीं हो सकता। हमें भोग योनि इसीलिए प्राप्त होती हैं ताकि भोगों से प्राप्त नश्वर सुख के प्रति हमारा आकर्षण कम हो एवं मन शाश्वत सुख की खोज में लग जाये। जीवन हमारा है इसलिए इसके कल्याण का साधन भी हमको ही करना होगा।
आज का पंचांग
शनिवार, दिसम्बर 28, 2024
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:33
तिथि: त्रयोदशी – 03:32, दिसम्बर 29 तक
नक्षत्र: अनुराधा – 22:13 तक
योग: शूल – 22:24 तक
करण: गर – 15:04 तक
द्वितीय करण: वणिज – 03:32, दिसम्बर 29 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: वृश्चिक
सूर्य राशि: धनु