पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। तुलसी को विष्णु प्रिया कहते हैं और माना जाता है कि जिन घरों में तुलसी लगी होती है, वहां देवी-देवताओं का वास होता है और घर के आसपास सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। तुलसी का धर्म के साथ ही आयुर्वेद में भी बहुत महत्व है। इसे जड़ी-बूटियों की रानी भी कहते है। तुलसी से जुड़ी मान्यताओं की वजह से घर में तुलसी लगाने की परंपरा है। तुलसी के पत्ते एकादशी, अमावस्या, रविवार को तोड़ने से बचना चाहिए।
आज का विचार
जब सब कुछ आपके खिलाफ जा रहा हो तो याद रखें, हवाई जहाज हमेशां हवा के विरूद्ध उड़ान भरता है उसके साथ नहीं ।
आज का भगवद् चिन्तन
समाज में हमारी भूमिका
धूप से मुरझाये पौधे के लिए थोड़ा सा जल जीवनदायी बन जाता है एवं नैराश्य की आँच से संतप्त व्यक्ति के लिए थोड़ा सा सहारा प्राणदायी बन जाता है। मनुष्य को उस ईश्वर ने एक सामाजिक प्राणी बनाया है। समाज में घट रही प्रत्येक अच्छी-बुरी घटना के प्रति संवेदनशील रहना ही हमें और अधिक सामाजिक बनाता है। अपने साथ-साथ समाज में रह रहे अन्य लोगों की वेदनाओं की चुभन हमारे हृदय में भी होनी ही चाहिए।
सामाजिक प्राणी होने का अर्थ केवल इतना नहीं कि मनुष्य समाज के बीच में रहता है अपितु यह है कि समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी भी हमारी होनी चाहिए। जो लोग निराशा में, विषाद में अथवा तो अभाव में अपना जीवन जी रहे हैं अपनी सामर्थ्यानुसार उनसे जुड़े रहना ही हमें और अधिक मानवीय बनाकर एक स्वस्थ समाज के नवनिर्माण में अपना योगदान देता है।
आज का पंचांग
शनिवार, दिसम्बर 21, 2024
सूर्योदय: 07:10 ए एम
सूर्यास्त: 05:29 पी एम
तिथि: षष्ठी – 12:21 पी एम तक
नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी – 06:14 ए एम, दिसम्बर 22 तक
योग: प्रीति – 06:23 पी एम तक
करण: वणिज – 12:21 पी एम तक
द्वितीय करण: विष्टि – 01:22 ए एम, दिसम्बर 22 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: सिंह
सूर्य राशि: धनु
शक सम्वत: