आज का पंचांग: चरित्र का इत्र

पंडित उदय शंकर भट्ट

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

पंचांग विवरण

चन्द्र दिवस (तिथि)अमावस्या 🌑 28 अप्रैल प्रातः 01:00 बजे तक
चंद्र भवन (नक्षत्र)अश्विनी ♈12:38 AM, अप्रैल 28 तक
योग28 अप्रैल, 12:19 AM तक 🧘‍♀️
करणचतुष्पद02:55 PM तक 🐎
काम करने के दिनरविवार (रविवार) ☀️
चंद्र चरणकृष्ण पक्ष 🌘

चंद्र मास, संवत और संवत्सर विवरण

विक्रम संवत2082 कालयुक्त 🗓️
शक संवत1947 विश्वावसु 🗓️
गुजराती संवत2081 नाला 🗓️
संवत्सरकालयुक्त 03:07 अपराह्न तक, 25 अप्रैल 2025 🗓️
चन्द्र मास (पूर्णिमांत)वैशाख 🌸
चंद्र मास (अमंता)चैत्र 🌸

राशि एवं नक्षत्र विवरण

राशिमेष ♈
सूर्य राशिमेष ♈
नक्षत्र पदअश्विनी 08:54 AM तक ♈
सूर्य नक्षत्रअश्विनी 07:19 PM तक ♈
सूर्य पदअश्विनी 07:19 PM तक ♈

रितु और अयाना विवरण

द्रिक ऋतु (ग्रीष्म) ☀️
वैदिक ऋतुवसंत 🌱
ड्रिक अयानाउत्तरायण ⬆️
वैदिक अयनउत्तरायण ⬆️

आज का विचार

गलती कबूल करने और गुनाह छोड़ने में कभी देर ना करना क्योंकि सफर जितना लंबा होगा वापसी उतनी ही मुश्किल हो जाती है.!

आज का भगवद् चिंतन

चरित्र का इत्र

चरित्र का इत्र ही सबसे प्रभावशाली और सबसे टिकाऊ इत्र है। फूलों को कभी इत्र लगाने की आवश्यकता नहीं होती वो अपनी सुगंधी से स्वयं के साथ-साथ समस्त प्रकृति को सुगंधित करते हैं। अपने अच्छे कार्यों के लिए किसी से प्रमाणपत्र की आश मत रखो, आपके अच्छे कर्म ही स्वयं में सर्वश्रेष्ठ प्रमाणपत्र भी हैं। इत्र की सुगंध तो केवल हवा की दिशा में बहती है पर सद्गुणों की सुगंधी वायु के विपरीत अथवा सर्वत्र बहती है।

आपकी प्रशंसा तब नहीं होती जब आप चाहते हैं अपितु तब होती है, जब आप अच्छे कर्म करते हैं। पानी पीने से प्यास स्वतः बुझती है, अन्न खाने से भूख स्वतः मिटती है और औषधि खाने से आरोग्यता की प्राप्ति स्वतः हो जाती है। इसी प्रकार अच्छे कर्म करने से जीवन में श्रेष्ठता आती है और समाज में आपका सम्मान भी स्वतः बढ़ जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *