पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
कई बार अपमान का उद्देश्य हमारे आत्मबल पर प्रहार करना होता है इससे हम विचलित होकर सामने वाले के साथ उलझ जाते हैं और अपनी ऊर्जा को गलत दिशा में व्यय करने लगते हैं यदि हम अपमान की प्रकृति की पड़ताल करने में सक्षम हों तो अपनी ऊर्जा को बचाकर उसे अन्य रचनात्मक कार्यों अथवा अन्य किसी सकारात्मक दिशा में उपयोग कर सकते हैं यह विवेक की शक्ति से ही संभव हो सकता है।
आज का विचार
सौभाग्य एवं मेहनत से जो प्राप्त होता है, उसे सात पीढ़ी भोगती है। जो छल कपट कर हासिल किया जाता है उसे सात पीढी भुगतती है।
आज का भगवद् चिंतन
सेवा का संकल्प
निश्चित ही मानव जीवन की प्राप्ति अति दुर्लभ है और उससे भी अधिक दुर्लभ है इस जीवन को किसी श्रेष्ठ लक्ष्य की प्राप्ति में लगा देना। जीवन मिलने से भी महत्वपूर्ण बात है, श्रेष्ठ मार्ग का मिल जाना। सेवा में अपने समय का निवेश कीजिए क्योंकि सेवा ही वो निवेश है जो कभी विफल नहीं होता और जिसमें शत प्रतिशत लाभ भी सुनिश्चित है। हमारे पास जो भी है और जितना भी है सब उस प्रभु का दिया ही है।
हमारे कोठी-बंगला, मकान-दुकान ही नहीं अपितु एक-एक स्वास भी प्रभु की कृपा से ही प्राप्त है। पुरुषार्थ हमारा है पर पुरुषार्थ का बल प्रभु द्वारा प्रदत्त है एवं ज्ञान हमारा हो सकता है पर ज्ञान अर्जन की बुद्धि प्रभु द्वारा प्रदत्त है। बिना विद्युत ऊर्जा के बड़े से बड़ा यंत्र भी निष्क्रिय ही है और बिना ईश्वरीय ऊर्जा के हमारा जीवन भी निष्क्रिय ही है। सब जीवों में प्रभु की उपस्थिति का बोध करते हुए उनकी सेवा और सहयोग का भाव ही इस मानव जीवन की मानवता और श्रेष्ठता है।
आज का पंचांग
सूर्योदय: 07:11 ए एम
सूर्यास्त: 05:30 पी एम
तिथि: अष्टमी – 05:07 पी एम तक
नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी – 09:09 ए एम तक
योग: सौभाग्य – 07:55 पी एम तक
करण: कौलव – 05:07 पी एम तक
द्वितीय करण: तैतिल – 06:30 ए एम, दिसम्बर 24 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: कन्या
सूर्य राशि: धनु