आज का विचार
वृक्ष कभी इस बात पर व्यथित नहीं होता कि उसने कितने पुष्प खो दिए। वह सदैव नए फूलों के सृजन में व्यस्त रहता है। जीवन में कितना कुछ खो गया, इस पीड़ा को भूल कर, क्या नया कर सकते हैं, इसी में जीवन की सार्थकता है।
आज का भगवद् चिन्तन
श्रीकृष्ण की नाग नाथन लीला
भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं में एक प्रमुख लीला है कालिया नाग नाथन लीला।कालिया नाग जीव की कामना और वासना का प्रतीक है। भक्ति स्वरूपा माँ यमुना जी तो विवेक की प्रतीक हैं। कालिया नाग ने पूरे यमुना जल को अपने जहर से दूषित कर दिया। अपनी तृष्णाओं एवं वासनाओं के विष से किसी मनुष्य का पूरा जीवन दूषित हो जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण ने बताया कि कामना का भी जीवन में अपना महत्व होता है इसलिए मारना कोई उपाय नहीं, मोड़ना कामना से रक्षा का एक मात्र उपाय है। भगवान श्रीकृष्ण मानव समाज के प्रतिनिधि बनकर हम सभी को अपनी कालिया नाग नाथन लीला से संदेश देते हैं कि अपने विवेक का प्रयोग करके विवेकपूर्ण युक्ति से कामना से युद्ध अवश्य करते रहो लेकिन उसे मारो नहीं अपितु मोड़ो। जीवन के परम मंगल के लिए कामना को राममय बनाओ काममय नहीं।
आज का पंचांग
मंगलवार, सितम्बर 3, 2024
सूर्योदय: 06:00 ए एम
सूर्यास्त: 06:40 पी एम
तिथि: अमावस्या – 07:24 ए एम तक
नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी – 03:10 ए एम, सितम्बर 04 तक
योग: सिद्ध – 07:05 पी एम तक
करण: नाग – 07:24 ए एम तक
द्वितीय करण: किंस्तुघ्न – 08:33 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: श्रावण
पूर्णिमान्त महीना: भाद्रपद
चन्द्र राशि: सिंह
सूर्य राशि: सिंह