आषाढ़ माह में पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी पर पूरे मनोभाव से भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। साथ ही आज मंगलवार है।
पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज आषाढ़ मास की 19 है।
आज का पंचांग
दिल्ली, भारत
मंगलवार, जुलाई 2, 2024
सूर्योदय: 05:27 ए एम
सूर्यास्त: 07:23 पी एम
तिथि: एकादशी – 08:42 ए एम तक
नक्षत्र: कृत्तिका – 04:40 ए एम, जुलाई 03 तक
योग: धृति – 11:17 ए एम तक
करण: बालव – 08:42 ए एम तक
द्वितीय करण: कौलव – 07:54 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: ज्येष्ठ
पूर्णिमान्त महीना: आषाढ़
चन्द्र राशि: मेष – 11:14 ए एम तक
सूर्य राशि: मिथुन
आज (2 जुलाई) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। निर्जला और देवशयनी एकादशी के बीच आने वाली इस एकादशी का नाम योगिनी है। ये व्रत भगवान विष्णु की कृपा दिलाने वाला माना गया है। विष्णु जी की कृपा से घर-परिवार में सुख-समृद्धि, शांति और सफलता बनी रहती है।
मंगलवार और योगिनी एकादशी के योग में विष्णु जी के साथ हनुमान जी और मंगल ग्रह की पूजा जरूर करें। एकादशी को सूर्यास्त के बाद तुलसी के पास दीपक जरूर जलाएं। जानिए इस दिन कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं…
ऐसे कर सकते हैं विष्णु जी की पूजा
योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी का अभिषेक करें। इसके लिए दक्षिणावर्ती शंख का इस्तेमाल करें। जल से स्नान कराने के बाद शंख में केसर मिश्रित दूध भरें और देवी-देवता को स्नान कराएं। इसके बाद फिर से शुद्ध जल से स्नान कराएं। हार-फूल और वस्त्रों से भगवान का श्रृंगार करें। चंदन का तिलक लगाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें। तुलसी के साथ मिठाई का भोग लगाएं। ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जप करें।
जो भक्त एकादशी व्रत करते हैं, उन्हें दिनभर निराहार रहना चाहिए यानी अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। जो लोग भूखे नहीं रह पाते हैं, वे फलाहार कर सकते हैं। रस और दूध का सेवन कर सकते हैं।