नई टिहरी : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण समापन हो गया है। प्रशिक्षण में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में तकनीकी कौशलों की व्यवहारिक उपयोग पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
समापन अवसर पर संस्थान की प्राचार्य हेमलता भट्ट ने कहा कि बदलती परिस्थितियों में एक शिक्षक के लिए शिक्षण अधिगम कौशलों को प्रभावी बनाने के लिए आईसीटी के व्यवहारिक उपयोग की जानकारी होना अनिवार्य है।साथ ही प्राचार्य ने प्रशिक्षण में सिखाए गए आईसीटी टूल्स को कक्षा कक्ष तक पहुंचाने का अनुरोध किया जिससे इस प्रशिक्षण का लाभ छात्रों को मिल सके। समग्र शिक्षा के द्वारा चलाए जा रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद टिहरी को जूनियर हाई स्कूल के 301 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें प्रथम चरण में संस्थान ने प्रत्येक विकासखंड से 8 अध्यापक कुल 78 अध्यापकों को संदर्भ दाता के रूप में प्रशिक्षण दिया। दूसरे चरण शेष 223 अध्यापकों को इन संदर्भदाताओं द्वारा विकासखंड में 15 फरवरी से पूर्व प्रशिक्षण दिया जाना है।
प्रशिक्षण में ओपन एजुकेशनल रिसोर्स के ऑनलाइन टूल्स जैसे गूगल डॉक्स, स्प्रेडशीट, ओ-लैब, जूम, गूगल मीट, सर्वे टूल्स, गूगल फार्म, वीडियो कांफ्रेसिंग टूल, आर्टीफिशियल इंटलीजेंस, ऑडियो वीडियो टूल्स, साइबर सेफ्टी कॉपीराइट एवं साइबर हाईजीन आदि अनेक शिक्षण उपयोगी टूल्स का हैंण्डसऑन प्रशिक्षण दिया गया।संदर्भदाता के रूप में दीपक रतूड़ी, देवेंद्र सिंह भंडारी,डॉ सुमन नेगी, राजेंद्र सिंह चौहान तथा प्रीतम सिंह नेगी द्वारा कार्य किया गया। सम्पन्न अवसर पर विनोद पेटवाल, नरेश चंद कुमाई, डॉ मनवीर सिंह नेगी, प्रकाशी सेमवाल, मोहन सिंह भंडारी, गुणांनंद पांडे, राकेश तिवारी जितेंद्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।