केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा-असम राइफल्स ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई और भारत-म्यांमार सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में अनुकरणीय प्रदर्शन किया

नई दिल्ली

Uttarakhand

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज शिलांग में असम राइफल्स के 187वें स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथी के रूप में संबोधित किया। नित्यानंद राय ने देश के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। समारोह में असम राइफल्स के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल पी. सी. नायर, वरिष्ठ अधिकारी और विडीयो कान्फ्रेंसिंग के माध्‍यम से देशभर से असम राइफल्स के अधिकारी, जवान और उनके परिजन भी शामिल हुए।

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि असम राइफल्स की स्थापना 1835 में कछार लेवी के नाम से में हुई थीI असम राइफल्स ने दोनों विश्व युद्धों और स्वतंत्रता के पश्चात सभी लड़ाईयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होने कहा कि अपने लम्बे इतिहास के दौरान असम राइफल्स को सभी अर्धसैनिक बलों में अधिकतम वीरता पुरुस्कारों से सम्मानित होने का अनूठा गौरव प्राप्त हैI यह बल प्रभावी युद्ध कौशल से परिपूर्ण संगठन के रूप में उभर चुका हैI

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि असम राइफल्स ने अपने गौरवशाली इतिहास के दौरान पूर्वोत्तर व जम्मू और कश्मीर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में शांति और सद्भावना बनाये रखने में अहम योगदान दिया है। असम राइफल्स ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई और भारत-म्यांमार सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में अनुकरणीय प्रदर्शन किया है। असम राईफल्‍स आल राउन्‍डर बल है, इसकी दो बटालियन जम्मू और कश्मीर में तैनात हैं और एक NDRF बटालियन भी है, जो प्राकृतिक आपदा होने पर अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रही है।

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि बल के संरचनात्मक परिचालन और कार्यक्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से भर्ती और संवर्ग समीक्षा (कैडर रिव्यु) पर सक्रिय रूप से काम किया जा रहा हैI उन्होने कहा कि हमारा सार्थक प्रयास रहेगा कि शीघ्र ही इसे मूर्त रूप प्रदान किया जाये। पिछली संवर्ग समीक्षा, 2003 में की गई थी, नई संवर्ग समीक्षा से वर्तमान समय की आवश्‍यकता को पूरा करने और संगठनात्‍मक दक्षता में सुधार करने में मदद करेगी। राय ने कहा कि असम राइफल्स के आधुनिकीकरण की योजना को भी मंजूरी दे दी गई है और इस समय यह कार्यन्वयन के चरण में है। यह एक  दूरदर्शी कदम है जो बल को सौंपे गए कार्यों को पूरा करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही इससे अत्‍याधुनिक हथियार, संचार, निगरानी एवं प्रशिक्षण हेतु बुनियादी ढांचा को भी बल मिलेगा। श्री राय ने ने कहा कि COVID-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद बल ने 5,192 कर्मियों की भर्ती करके एक सराहनीय कार्य पूरा किया हैI इसके अलावा 4,000 कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया जारी हैI

नित्यानंद राय ने ने कहा कि असम राइफल्स ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए ठोस प्रयास किये हैं जिसके परिणामस्वरूप बल में 1,187 महिलाओं को भर्ती किया गया हैI गृह राज्य मंत्री ने आशा व्यक्त की कि बल में महिला सैनिकों की संख्या में उत्तरोत्तर और वृद्धि होगी। उन्होने कहा कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगों में महिला टीम की तैनाती से देश को विश्व में महाशक्ति बनाने की हमारी आकांक्षाओं को बल मिलता हैI हालाँकि भारत बहुत लम्बे समय से संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में योगदान दे रहा है, परन्तु असम राइफल्स की राइफलवुमन टीम के जुड़ने से राष्ट्रों के समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता में एक और सामाजिक व मानवीय आयाम जुड़ गया है। गृह राज्य मंत्री ने कहा कि मैं बल की सभी राइफलवुमन को बधाई देता हूँ, जिन्होनें इस उपलब्धि को संभव बनाया है, उनसे भविष्य में और भी बेहतर कार्य की अपेक्षा करता हूँI असम राइफल्स, महिला सशक्तिकरण के अपने अहम योगदान के लिए प्रशंसा का पात्र है, जो इन राइफलवुमन के कौशल में दिखाई देता है।

नित्यानंद राय ने ने कहा कि असम राइफल्स द्वारा स्थानीय नागरिकों हेतु सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत चिकित्सा शिविर, महिला सशक्तिकरण योजनायें, राष्ट्रीय एकता यात्राएं और अन्य गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं। समाज के कमजोर वर्गों  के लिए इन्हें निरंतर जारी रखा जाना चाहिए ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक उत्थान हेतु एक आधार प्रदान हो सके। उन्होने यह भी कहा कि असम राइफल्स ने सरकार के वृक्षारोपण अभियान के तहत वनीकरण में बड़े पैमाने पर प्रयास किये हैं और अब तक उसने लगभग 31 लाख पेड़ लगाये हैं जो कि गृह मंत्रालय के अधीन सभी बलों में सबसे ज्यादा है।

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