हिमशिखर फाॅलोअप: एक्शन मोड में श्रीदेवसुमन विवि कुलपति- 8 निजी महाविद्यालयों की संबद्धता खतरे में

Uttarakhand

हिमशिखर एजुकेशन डेस्क

नई टिहरी
तय सीटों से अधिक अवैध परीक्षा कराने के मामले में श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध 8 निजी महाविद्यालयों की संबद्धता खतरे में पड़ गई है। मंगलवार को विवि की कार्य परिषद की आपात बैठक में 8 निजी महाविद्यालयों की सत्र 2022-23 की संबद्धता को समाप्त किए जाने की संस्तुति कार्य परिषद द्वारा कुलाधिपति को कर दी गई है। वहीं कार्य परिषद ने व्यापक छात्रहित में 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने पर भी अपनी मुहर लगा दी है।

श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध 8 निजी महाविद्यालयों ने तय सीट से अधिक छात्रों को प्रवेश दिलवाया था। इनमें हरिद्वार के 3, देहरादून का एक और रूड़की के 4 महाविद्यालयों ने स्वीकृत सीटों से अधिक पर प्रवेश कराकर परीक्षा करा दी थी। मामले की जानकारी मिलते ही विवि ने ऐसे 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम पर रोक लगा दी थी। ऐसे में मंगलवार को छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने और महाविद्यालयों के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने को लेकर विवि के कुलपति डाॅ पीपी ध्यानी की अध्यक्षता में कार्य परिषद की आपात आन लाइन बैठक संपन्न हुई।

कार्य परिषद ने परीक्षा परिणाम घोषित करने पर लगाई मुहर
विवि की कार्य परिषद ने कहा कि 8 निजी महाविद्यालयों ने 481 छात्रों को स्वीकृत सीट से अधिक पर विभिन्न विषयों में प्रवेश दिलवाए और परीक्षाएं करवाई, जो कि संबद्धता नियमों का पूर्ण रूप से उल्लंघन है। इस पूरे प्रकरण में छात्रों का कोई दोष नहीं है। लिहाजा कार्य परिषद ने 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने का अनुमोदन किया। साथ ही कार्य परिषद ने दोषी पाए गए 8 निजी महाविद्यालयों के वर्तमान सत्र 2021-22 की सीटें घटाने का भी फैसला लिया है।

कुलाधिपति का निर्णय अंतिम माना जाएगा
कार्य परिषद द्वारा दोषी पाए गए 8 निजी महाविद्यालयों को प्रदत्त संबद्धता को सत्र 2022-23 से आंशिक या पूर्ण रूप से समाप्त किए जाने की संस्तुति कुलाधिपति को की गई है। ऐसे में अब कुलाधिपति की ओर से मामले पर लिया गया निर्णय अंतिम माना जाएगा।

8 निजी महाविद्यालयों पर लगाया जुर्माना
कार्य परिषद ने 8 निजी महाविद्यालयों की ओर से अतिरिक्त सीटों पर छात्र-छात्राओं से लिए गए शुल्क का 30 प्रतिशत प्रशमन शुल्क विश्वविद्यालय के राजकोष में जमा कराने का भी फैसला लिया है। खास बात यह है कि प्रशमन शुल्क निजी महाविद्यालय छात्र-छात्राओं से वसूल नहीं करेंगे।

मिलीभगत करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर भी होगी कार्रवाई
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध 8 निजी महाविद्यालयों के स्वीकृत से अधिक सीटों पर परीक्षा कराने के मामले में विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत हो सकती है। इस पूरे प्रकरण पर शासन स्तर और विवि स्तर पर जांच चल रही है। विवि के कुलपति डाॅ पीपी ध्यानी ने बताया कि जांच के बाद यदि विवि के किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई, तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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