श्रीदेव सुमन विवि कुलपति डा. पी.पी. ध्यानी ने भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था के लिए संबद्धता के लिए पिछले सत्र में ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिया था। इससे संबद्धता मामलों में पारदर्शिता आई है। योजना परवान चढ़ने से गदगद विवि ने संबद्धता के लिए इस सत्र में वेब पोर्टल से आवेदन शुरू कर दिया है।
नई टिहरी।
श्रीदेव सुमन विवि से संबद्धता लेने का इंतजार कर रहे महाविद्यालयों के इंतजार की घड़ियाँ समाप्त हो गई हैं। विवि ने सत्र 2021-22 की संबद्धता के लिए वेब पोर्टल शुरू कर दिया है।
विवि से मान्यता लेने वाले कालेज 30 नवंबर तक ऑन लाइन संबद्धता हेतु आवेदन कर सकेंगे। विवि का दावा है कि संबद्धता के लिए ऑन लाइन प्रक्रिया किए जाने से पिछले सत्र में कालेजों की मनमानी पर पूरी तरह से अंकुश लगने के साथ ही प्रक्रिया पारदर्शी हुई है।
श्रीदेव सुमन विवि से 114 निजी और 54 सरकारी कालेज संबद्ध हैं। गत सत्र तक कालेजों को संबद्धता हेतु आवेदन करने के लिए विवि के चक्कर काटने पड़ते थे और कई निजी कालेज अपनी मनमानी भी करते थे। इस समस्या से निपटने के लिए कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने गत सत्र में वेब पोर्टल के माध्यम से ऑन लाइन संबद्धता पोर्टल शुरू करने का फैसला लिया था।
ऑन लाइन योजना को परवान चढ़ाने के लिए विवि ने अपना एक वेब पोर्टल बनाया था। जिस पर पिछले साल वेब पोर्टल के माध्यम से ही सभी कालेजों ने संबद्धता के लिए आन लाइन आवेदन किया था। खास बात यह है कि पिछले साल 136 कालेजों के मान्यता के आवेदन मानक पूरे न होने के कारण रिजेक्ट कर दिए थे। ऐसे में आन लाईन योजना के अपने उद्देश्यों पर खरा उतरता देख इस सत्र में भी विवि ने संबद्धता के लिए आन लाइन वेब पोर्टल शुरू कर दिया है।
विवि के कुलपति डा. पी.पी. ध्यानी का कहना है कि विवि के ऑन लाइन संबद्धता पोर्टल की शुरूआत से कालेजों की मनमानी पर अंकुश लगा है। इस योजना से कालेज की संबद्धता के लिए आवेदक कहीं से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है, इसमें उसका विवि आने का समय बचने के साथ ही काम भी जल्दी होगा। बताया कि आवेदन में सभी दस्तावेज जमीन के कागज आदि अपलोड करना जरूरी है। दस्तावेज सही होने और मानक पूरे होने पर ही विवि द्वारा निरीक्षण टीम गठित की जाएगी। जिसके बाद विवि नियमानुसार कालेज को संबद्धता प्रदान करेगा। बताया कि 30 नवंबर को अंतिम तिथि के बाद कोई आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएगा।