हिमशिखर ब्यूरो
नई दिल्ली
उत्तरी हिमालय के दुर्गम पर्वतीय मार्गों को एकल मोटरसाइकिल महिला सवार ने पार कर दिया है। जी हां, कंचन उगुसंडी उत्तरी हिमालय पर्वतमाला के 18 अत्यंत कठिन पर्वतीय मार्गों को सफलतम पार करने वाली पहली अकेली महिला बाइकर बन गई हैं। बुधवार को दुनिया के पहले एकल मोटरसाइकिल अभियान का समापन नई दिल्ली के सीमा सड़क संगठन भवन में हुआ।
बताते चलें कि इस अभियान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 11 जून, 2021 को नई दिल्ली से रवाना किया था। महीने भर तक चले इस अभियान में इस अकेली महिला सवार ने कई सफलताएं हासिल की हैं। उमलिंगला दर्रे को फतह करने, 18 पास को कवर करने और एक ही बार में नई दिल्ली मनाली-लेह-उमलिंगला-दिल्ली से 3,187 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली कंचन उगुसंडी पहली अकेली महिला बाइकर बन गई हैं।
उगुसंडी ने 18 पर्वतीय मार्ग पार कर 25 दिनों में यह दूरी तय की और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए 19,300 फीट पर दुनिया के सबसे ऊंचे वाहन चलाने योग्य उमलिंगला दर्रे को पार किया।
अभियान के सफल समापन पर सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ने बेहद कठोर इलाके से अभियान शुरू करने में उनके दृढ़ निश्चय और दृढ़ता के लिए उगुसंडी की सराहना की और सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क अवसंरचना के विकास के लिए बीआरओ के कर्मयोगियों के साहस और सर्वोच्च बलिदान का सम्मान भी किया।
एकल मोटरसाइकिल अभियान ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क और कोविड सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभाई। सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों ने ने कहा कि यह अनूठा मोटर साइकिल अभियान भारतीय महिलाओं के मजबूत संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण का भी द्योतक होगा।