आज का पंचांग: चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा

पंडित उदय शंकर भट्ट

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

मंगलवार, 1 अप्रैल को देवी दुर्गा, भगवान शिव, गणेश जी के साथ ही मंगलदेव की पूजा का शुभ योग बन रहा है। इस कारण मंगलवार को पूजा-पाठ के साथ ही दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है।

चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन शिव-पार्वती की पूजा की जाती है, वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और प्रेम बनाए रखने के लिए व्रत किया जाता है। इस तिथि पर महिलाएं मिट्टी से शिव प्रतिमा यानी गण और देवी पार्वती प्रतिमा यानी गौर बनाती हैं। फिर इनकी विधिवत पूजा करती हैं।

माना जाता है कि जो महिलाएं ये व्रत करती हैं, उनका वैवाहिक जीवन भगवान की कृपा से सुखी बना रहता है। अविवाहित कन्याएं अच्छा पति पाने की कामना से ये व्रत करती हैं। ये व्रत सौभाग्य और सुखद जीवन देने वाला माना जाता है।

सूर्योदय, सूर्यास्त और चंद्रोदय/चंद्रास्त का समय

सूर्योदय05:50 पूर्वाह्न
सूर्यास्त06:14 अपराह्न
चंद्रोदय06:53 पूर्वाह्न
चंद्रास्त08:31 अपराह्न

पंचांग विवरण

तिथिद्वितीया 🌕 09:11 AM तक
नक्षत्रअश्विनी ✨ 01:45 PM तक
करणकौलव 09:11 AM तक
योगवैधृति 🧘‍♀️ 01:46 PM तक
काम करने के दिनसोमवारा 🗓️
पक्षशुक्ल पक्ष 🌒

चन्द्र मास, संवत और बृहस्पति संवत्सर

विक्रम संवत2082 कलायुक्त 🗓️
शक संवत1947 विश्वावसु 🗓️
गुजराती संवत2081 नाला 🗓️
संवत्सरकलायुक्ता 03:07 PM, अप्रैल 25, 2025 तक
चन्द्रमासाचैत्र – पूर्णिमांत 🌕
दायाँ/गेट18 🗓️
चन्द्रमासाचैत्र – अमंता 🌕

राशि और नक्षत्र

राशिमेषा ♈️
सूर्य राशिमीना ♓️
सूर्य नक्षत्रउत्तरा भाद्रपद ✨ दोपहर 02:08 बजे तक
नक्षत्र पदअश्विनी ✨ 08:26 AM तक
सूर्य पदउत्तरा भाद्रपद ✨ दोपहर 02:08 बजे तक

रितु और अयाना

द्रिक ऋतुवसंत 🌷🌸
वैदिक ऋतुवसंत 🌷🌸
ड्रिक अयानाउत्तरायण ☀️
वैदिक अयनउत्तरायण ☀️

शुभ समय

ब्रह्म मुहूर्त04:18 पूर्वाह्न से 05:04 पूर्वाह्न तक
अभिजीत11:37 पूर्वाह्न से 12:27 अपराह्न तक
गोधूलि मुहूर्त06:13 अपराह्न से 06:36 अपराह्न तक
अमृत ​​कालम07:24 पूर्वाह्न से 08:48 पूर्वाह्न तक
रवि योग01:45 अपराह्न से 02:08 अपराह्न तक

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