हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बड़े बदलावों की जानकारी के लिए स्वामी रामतीर्थ परिसर में इंडक्शन प्रोग्राम संपन्न हुआ। जिसमें स्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्रों को बताया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत पढ़ाई बीच में छोड़ने और फिर से शुरू करने के मौके भी मिलेंगे। वहीं, चार साल पूरा होने पर स्नातक (आनर्स) और स्नातक (आनर्स के साथ रिसर्च) की डिग्री मिलेगी।
स्वामी रामतीर्थ परिसर प्रशासन की ओर से आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम में सत्र 2022-23 के बीए, बीएससी और बीकाॅम प्रथम सेमेस्टर में दाखिला लेने वाले छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अंतर्गत छात्रों को किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ने और फिर से शुरू करने के विकल्प की जानकारी दी गई। बताया गया कि एक साल में पढ़ाई छोड़ने पर सर्टिफिकेट, दो साल में छोड़ने पर डिप्लोमा और तीन साल में छोड़ने में स्नातक की डिग्री मिलेगी। कार्यक्रम संयोजक और वरिष्ठ भौतिकी प्रोफेसर आरसी रमोला ने कहा कि नए कोर्स की खासियत यह है कि चार साल का कोर्स पूरा होने पर स्नातक (आनर्स) और स्नातक (आनर्स के साथ रिसर्च) की डिग्री मिलेगी। आनर्स के साथ रिसर्च की डिग्री लेने के लिए छात्रांे को कोर्स के दौरान ही शोध करना होगा। स्नातक रिसर्च करनेे वाले छात्र सीधे पीएचडी करने के योग्य हो सकेंगे। परिसर निदेशक प्रो एए बौड़ाई ने कहा कि स्नातक (आनर्स के साथ रिसर्च) में सिर्फ उन्हीं छात्रों को दाखिला मिलेगा, जिनके शुरू के तीन वर्षों में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक होेंगे। इस मौके पर पूर्व निदेशक प्रो डीएस कैंतुरा, प्रो पीडी सेमल्टी, प्रो सुबोध कुमार आदि मौजूद रहे।