ऋषिकेश
अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों की आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के चक्रव्यू तोड़ते हुए जमकर धुनाई कर डाली और लाख कोशिश करने के बाद भी पुलिस ग्रामीणों के आक्रोश से आरोपियों को नहीं बचा पाई। आक्रोशित ग्रामीणों ने पहले तो तीनों आरोपियों से सवार पुलिस की गाड़ी बीच सड़क पर रोक दी और उसके बाद देखते ही देखते गाड़ी के शीशे फूटने लगे और आक्रोश इतना बढ़ गया कि टूटे शीशों से हाथ डालकर ग्रामीणों ने आरोपियों को जमकर धुना।
लक्ष्मणझूला थाने से कोटद्वार की ओर ले जाते समय करीब 3 बजे गाड़ी को रोका गया और पूरे 1 घंटे तक यह हंगामा चलता रहा, जिसके बाद एसपी शेखर सुयाल मौके पर पहुंचे और पुलिस टीम के साथ लाठीचार्ज करने लगे, जिसको देख आकर्षित हुए लोग तितर-बितर हो गए और आरोप से सवार पुलिस की गाड़ी को कोटद्वार के लिए रवाना किया गया।
शुक्रवार को अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य और होटल मैनेजर अंकित गुप्ता सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपों की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों और विभिन्न संस्थाओं से जुड़े लोग लक्ष्मण झूला थाने पहुंचे और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है।
आरोपितों के सारे कपड़े फाड़े
पुलिसकर्मियों ने घेरा बनाकर अंदर बैठे आरोपितों को सुरक्षा देने की कोशिश की। भीड़ में शामिल लोग ने वाहन के शीशे तोड़कर वाहन के भीतर बैठे तीनों आरोपितों की जमकर धुनाई की। इतना ही नहीं पुलकित आर्य और सौरभ भास्कर के सारे कपड़े फाड़ दिए।