देहरादून: प्रदेश के मनरेगा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सहस्त्रधारा रोड स्थित एकता विहार में धरनारत मनरेगा कर्मचारी विभागीय समायोजन और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बीते 23 दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे उपनल कर्मियों के समर्थन में एकता विहार स्थित धरना स्थल पहुंचकर 3 घंटे का उपवास रखकर धरना दिया। मंगलवार को धरने पर बैठे मनरेगा कर्मियों के प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से शिष्टाचार भेंट की।
कर्मचारियों के मुताबिक उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात सकारात्मक रही। इस दौरान मनरेगा कर्मचारी संगठन के प्रदेश महामंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांग को अनसुना किया तो उनका आंदोलन जारी रहेगा।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना एकता विहार स्थित धरना स्थल पहुंचे और उपनल कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में 3 घंटे उपवास रखकर धरना दिया। सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि बीते 4 वर्षों से राज्य की भाजपा सरकार ने उपनल के कार्यरत 22 हजार कर्मचारियों की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि 2018 नवंबर में उच्च न्यायालय नैनीताल ने राज्य सरकार को निर्देशित करते हुए समान काम के लिए समान वेतन, चरणबद्ध तरीके से उपनल कर्मियों के समायोजन और जीएसटी व सर्विस टैक्स न काटे जाने के आदेश दिए थे।
जिसको मानने की बजाय राज्य की भाजपा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई और उच्च न्यायालय के आदेशों के खिलाफ एसएलपी दायर कर दी। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के बल पर प्रचंड बहुमत में आई सरकार ने बीते 4 वर्षों में सबसे ज्यादा युवाओं की उपेक्षा की है।