हिमशिखर ब्यूरो
चंबा। टिहरी जिले के प्रमुख केंद्र बिंदु चंबा में राज्य आंदोलन की अलख जगाने वाले राजेंद्र सिंह रावत नहीं रहे। 57 वर्षीय राजेंद्र सिंह रावत दिखोल गांव के प्रधान भी रहे हैं। उनके आकस्मिक निधन की सूचना से टिहरी जिले और चंबा में शोक की लहर छाई रही।
कुछ दिन पहले रावत कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनका उपचार श्रीदेव सुमन चिकित्सालय नरेंद्रनगर में चल रहा था। रविवार को उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। राज्य आंदोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी।
उनके बेटे प्रवीण रावत और सुशील रावत हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के एसआरटी परिसर बादशाहीथौल में छात्रसंघ पदाधिकारी भी रहे।