हिमशिखर ब्यूरो
एक अति सूक्ष्म विषाणु (कोरोना वायरस) ने मानव सभ्यता को कई बड़े सबक सिखाए हैं। खासतौर पर कोरोना वायरस ने समझदार और नादान को भी समझा दिया है कि हमारी सबसे बड़ी दौलत स्वास्थ्य है।
बाहर के जो हालात हैं, उन पर तो आप मास्क पहनकर, एक-दूसरे से दूरी रखकर आदि नियमों का पालन कर सुरक्षित रह सकते हैं, लेकिन हमारी तीन गतिविधियां ऐसी हैं जिनको ठीक से पकड़कर चलना होगा। परिश्रम, खान-पान और नींद।
ये तीन चीजें जीवनशैली भी हैं और दवा भी। इसलिए भीतर के स्वास्थ्य के लिए इन तीनों को लेकर बहुत सावधान रहिएगा। महामारी के दौर में हमने जो कुछ भी खोया है, नुकसान झेला है, उसकी भरपाई के लिए अब सबसे पहले तो मेहनत बहुत करना पड़ेगी। श्रम का एक अर्थ और है व्यायाम। परिश्रम तो खूब करना है, व्यायाम भी करते रहिएगा।
दूसरी सावधानी रखना होगी खान-पान को लेकर। दुनिया का कोई वैद्य-हकीम-डॉक्टर कहे या न कहे, एक बात जरूर समझ लीजिएगा कि शाकाहार इस समय जीवन की बहुत बड़ी जरूरत है। और, तीसरी प्रमुख गतिविधि है नींद। नींद के मामले में भी बहुत सजग रहिएगा। सही समय पर सोना और सही समय पर जागना जिंदगी में ताजगी भर देगा। इन तीन बातों का खास ध्यान रखिएगा। ये दवा भी हैं और सलामत रहने का नुस्खा भी।
सुप्रभात! आपका दिन मंगलमय हो!