नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को अहमदाबाद में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के नवनिर्मित सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर रिसर्च एंड एनालिसिस ऑफ ड्रग्स एंड साइकोट्रॉफिक सबस्टेंसेज का उद्घाटन किया। उऩ्होंने कहा कि देश के लिए नारको टेरर एक खतरा है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारे समाज, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर मादक पदार्थों का जो बुरा प्रभाव पड़ रहा है इससे पूरा देश चिंतित है। केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है कि हम भारत में नारकोटिक्स पदार्थों को आने भी नहीं देंगे और भारत को उसका रास्ता भी नहीं बनने देंगे। इसे रोकना बहुत ज़रूरी है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब गुजरात फ़ोरेंसिक सांइस यूनिवर्सिटी बनी तब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वे राज्य के गृह मंत्री थे और जब नेशनल फ़ोरेंसिक सांइस यूनिवर्सिटी बनी तो नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और वे गृह मंत्री हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अब थर्ड डिग्री का जमाना नहीं है और कठोर से कठोर व्यक्ति को वैज्ञानिक जाँच के आधार पर सजा दिलवाई जा सकती है। हमारी नई शिक्षा नीति में भी अलग-अलग और वैज्ञानिक शिक्षा पर बहुत ज़ोर दिया गया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि साइबर वॉर और साइबर क्राइम के ख़िलाफ़ लड़ाई हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। भारत की सुरक्षा और प्रधानमंत्री के पाँच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पूरा करने के लिए भी साइबर सुरक्षा बहुत ज़रूरी है।
बेलेस्टीक रिसर्च सेंटर में बुलेट प्रूफ़ मैटेरियल की जाँच के लिए अनेक नए आयाम स्थापित किए गए हैं। पहले जिन मैटेरियल की अमरीका और यूरोप में जाँच होती थी वह अब यहाँ हो रही है इसका सबसे अधिक फ़ायदा देशभर की पुलिस, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल और सेना के जवानों को अपनी रक्षा करने में होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में भारत के आगे ढेर सारी चुनौतियाँ हैं और इनसे सफलतापूर्वक निपटने के लिए हमें क्रिमिनल जस्टिस को मज़बूत करना होगा। इसके लिए फ़ोरेंसिक साइंस एक महत्वपूर्ण अंग है। 130 करोड़ की आबादी और मार्केट, कठिन भौगोलिक स्थिति वाले बॉर्डर और पड़ौसी देशों के कारण अपराध के बदलते चेहरों को देखते हुए फ़ोरेंसिक साइंस और क्रिमिनल जस्टिस को सुदृढ़ बनाना बहुत आवश्यक है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी नई शिक्षा नीति में वैज्ञानिक शिक्षा पर बहुत ज़ोर दिया गया हैै। कहा कि देश के 7 राज्यों ने अपने यहाँ नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गुजरात के कॉलेज और सेंटर फ़ॉर एक्सीलेंस खोलने की इच्छा जताई है। शाह ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि यह यूनिवर्सिटी देशभर में अपनी शाखाएँ खोलकर युवाओं को फ़ोरेंसिक साइंस में आगे आने का मौक़ा देगी।