नई दिल्ली : भारत के मोबाइल पेमेंट ऐप भीम-यूपीआई को आज भूटान में लॉन्च किया गया। इसे भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भूटान के वित्त मंत्री ल्यिन्पो नामगे शेरिंग ने संयुक्त रूप से एक वर्चुअल सेरेमनी में लॉन्च किया। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लॉन्च किया और यह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पर आधारित है।
इससे हर साल भूटान की यात्रा करने वाले बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को लाभ होगा। यह कदम एक बटन के स्पर्श से कैशलेस लेनदेन के जरिए जीवन – यापन और यात्रा को और अधिक आसान बनायेगा
इस अवसर पर सीतारमण ने कहा कि भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति के तहत भूटान में ये सेवाएं शुरू की गई हैं। भारत को अपनी इस उपलब्धि पर गर्व है और इसे अपने मूल्यवान पड़ोसी के साथ साझा करते हुए बेहद खुशी महसूस हो रही है।
वित्त मंत्री ने कहा कि भीम – यूपीआई भारत की प्रगति के सबसे उज्ज्वल पड़ावों में से एक है और कोविड -19 महामारी के काल में डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पिछले पांच वर्षों में 100 मिलियन से अधिक यूपीआई क्यूआर बनाए गए हैं और वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान भीम – यूपीआई ने 41 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 22 अरब लेनदेन को पूरा करने में योगदान किया है।
भूटान के वित्त मंत्री ल्यिन्पो नामगे शेरिंग ने भूटान में भीम-यूपीआई सेवाओं के शुभारंभ के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया और इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध दिनों दिन मजबूत होते गए हैं।
यह शुरूआत 2019 में भारत के माननीय प्रधानमंत्री के भूटान के राजकीय दौरे के दौरान दोनों देशों द्वारा घोषित प्रतिबद्धता को पूरा करती है। उस यात्रा के बाद, भारत और भूटान एक दूसरे के यहां में रुपे कार्ड की स्वीकृति के अंतर-संचालन को दो चरणों में – पहले चरण में भारत में जारी रुपे कार्डों की भूटान स्थित टर्मिनलों पर स्वीकृति और दूसरे चरण में इन कार्डों की उल्टे क्रम में स्वीकृति – संभव बना चुके हैं।
निर्मला सीतारमण ने भीम-यूपीआई का उपयोग करके एक भूटानी ओजीओपी आउटलेट, जो कि भूटान में स्थानीय समुदायों द्वारा जैविक रूप से तैयार किए गए ताजा कृषि उत्पाद बेचता है, से एक जैविक उत्पाद खरीदने के लिए एक लाइव लेनदेन किया।
भूटान अपने क्यूआर के उपयोग के लिए यूपीआई मानकों को अपनाने वाला पहला देश है और भीम ऐप के माध्यम से मोबाइल आधारित भुगतान को स्वीकार करने वाला हमारा पहला निकट पड़ोसी देश है।