नई दिल्ली
पारंपरिक युद्धक्षेत्र परिदृश्य में संयुक्त अभियान चलाने के लिए सैनिकों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से रूस के निज़नी में अभ्यास जपड़ – 2021 शुरू हुआ। इस अभ्यास का उद्देश्य भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना और इस अभ्यास में भाग लेने वाले अन्य सभी देशों के साथ बेहतर समझ और सहयोग को बढ़ाना है।
इस अभ्यास का उद्घाटन समारोह आज सुबह 10:00 बजे रूस के नोवगोग्राड क्षेत्र में निज़नी के पास मुलिनो ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित किया गया। इस समारोह की शुरुआत रूसी सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुई और इसके बाद इस अभ्यास में भाग लेने वाली टुकड़ियों का मार्च पास्ट हुआ। इस अभ्यास में भाग लेने वाली टुकड़ियों को रूसी संघ के उप रक्षा मंत्री और थल सेनाध्यक्ष जनरल निकोले पंकोव ने संबोधित किया।
इस अभ्यास के हिस्से के रूप में आतंकवाद विरोधी और पारंपरिक अभियान, दोनों, से संबंधित महत्वपूर्ण व्याख्यान, कवायद और प्रदर्शन आयोजित किए जायेंगे। इस अभ्यास में भाग लेने वाले सभी देशों की सेनाएं भी विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े अपने बहुमूल्य अनुभवों को साझा करेंगी और साथ ही संयुक्त अभियानों के लिए अपनी कवायदों और प्रक्रियाओं को परिष्कृत करेंगी।
इस अभ्यास का समापन 16 सितंबर, 2021 को रूसी सशस्त्र बलों द्वारा अपनी शक्ति के प्रदर्शन के साथ होगा। इस अभ्यास के दौरान, इसमें शामिल होने वाली टुकड़ियां विभिन्न खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेंगी।