देहरादून
पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। भाजपा विधायकों की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही राज्य में 11 दिनों से जारी मुख्यमंत्री पद का सस्पेंस खत्म हो गया। दरअसल पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हार जाने के कारण अन्य नेता भी सीएम पद के लिए दावेदारी करने लगे थे। बता दें पुष्कर सिंह धामी, बीते साल जुलाई में पहली बार सीएम बने थे।
पुष्कर सिंह धामी: कोश्यारी और राजनाथ के करीबी
16 सितंबर 1975 को पिथैरागढ़ के तुंडी गांव में जन्मे पुष्कर सिंह धामी की पार्टी में मजबूत पकड़ है। वे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी हैं। इसके अलावा धामी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी करीबी माने जाते हैं। जब उत्तराखंड अलग राज्य बना था, तब धामी भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
पुष्कर सिंह धामी 2012 में पहली बार खटीमा सीट से विधायक बने। 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में धामी ने खटीमा से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। इस बार उन्होंने कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 3 हजार से कम अंतर से हराया। वह उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बने थे। इस बार के चुनाव में कापड़ी ने उन्हें हरा दिया। हालांकि, धामी अपने कामों के दम पर हाइकमान का दिल जीतने में कामयाब रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा था फ्लावर भी हैं और फायर भी
रक्षा मंत्री ने चुनाव के दौरान कहा था, ‘आज कल फिल्म पुष्पा का नाम काफी चर्चा में है और हमारे CM का नाम पुष्कर है, लेकिन यह पुष्कर नाम सुनकर कांग्रेस के लोग समझते हैं कि ये पुष्कर तो फ्लॉवर है लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अपना पुष्कर फ्लॉवर भी है और फायर भी। हमारा पुष्कर ना कभी झुकेगा, ना कभी रूकेगा।’