देहरादून।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छह मई को कपाट खुलने के अवसर पर केदारनाथ धाम आ सकते हैं। केदारनाथ घाटी से प्रधानमंत्री मोदी का गहरा नाता है। सरकारी सूत्रों के अनुसार अभी तक प्रधानमंत्री का कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी की केदारनाथ धाम के प्रति अगाध आस्था
भगवान आशुतोष के 12 ज्योर्तिलिंगों में ग्यारहवें केदारनाथ धाम के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहले से ही लगाव रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले 80 के दशक में मोदी ने डेढ़ माह तक मध्य हिमालय के इस उच्च क्षेत्र में रहकर साधना की थी। केदारनाथ मंदिर से ढाई किमी पहले मंदाकिनी नदी के किनारे गरुड़चट्टी में एक गुफा में रहकर उन्होंने एकाग्रता व आत्मविश्वास के लिए साधना की थी। इस दौरान वे रोजाना मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना किया करते थे।
देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी की केदारनाथ धाम के प्रति अगाध आस्था है। केदारपुरी का पुनर्निर्माण उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है और अब केदारपुरी नए कलेवर में निखर चुकी है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी को जब भी समय मिलता है, वह बाबा केदार के दर्शन को चले आते हैं।
2019 में पीएम मोदी ने ध्यान गुफा में किया था ध्यान
गौरतलब है कि अपने केदारनाथ दौरे के दौरान 18 मई 2019 में पीएम मोदी ने ध्यान गुफा में ध्यान किया था। इसके बाद धाम में ध्यान गुफा के प्रति आकर्षण काफी बढ़ गया। यह ध्यान गुफा आठ गुणा दस फीट की है। वर्ष 2018 में गुफा का निर्माण नेहरू पर्वतोरोहण संस्थान ने किया था। प्राकृतिक रूप से मौजूद इस गुफा में बिजली, पानी, संचार व शौचालय की सुविधा उपलब्ध है।