हिमशिखर खबर ब्यूरो
भोपाल: हिन्दी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। मातृभाषा के रूप में हिन्दी को आगे बढ़ाने की दिशा में मध्यप्रदेश ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। इसका श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है, जो लगातार हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं।
पीएम श्री @narendramodi जी ने मातृभाषा में शिक्षा का आह्वान किया।मध्यप्रदेश से हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई का संकल्प सिद्ध हो रहा है।भोपाल में 'हिन्दी विमर्श' कार्यक्रम में साथी श्री@VishvasSarang जी व प्रबुद्धजनों के साथ सहभागिता की। #MP_में_हिंदी_में_MBBS https://t.co/jFbX8Pme0S https://t.co/HG9rVE5uKP pic.twitter.com/y3qQy6zSoX
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 15, 2022
बता दें कि यूक्रेन, रूस, जापान, चीन, किर्गिजस्तान और फिलीपींस जैसे देशों की तरह अब भारत में भी मेडिकल की पढ़ाई मातृभाषा में होगी। देश में इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश से हो रही है। प्रदेश के 97 डॉक्टरों की टीम ने चार महीने में रात-दिन काम कर अंग्रेजी की किताबों का हिन्दी में अनुवाद किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 अक्टूबर को भोपाल में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की हिंदी में अनुवादित पुस्तकों का विमोचन करेंगे। इसके साथ ही एमपी में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में शुरू हो जाएगी।
बच्चे जन्म लेते ही अपनी मातृभाषा में सीखने लगते हैं और उनकी प्रतिभा का यह प्रकटीकरण अपनी मातृभाषा में ही हो सकता है और इसलिए हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्रीमान @narendramodi जी ने मातृभाषा में ही प्राथमिक और उच्च शिक्षा देने का संकल्प प्रकट किया है। #MP_में_हिंदी_में_MBBS pic.twitter.com/m6kMlUEkyj
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 14, 2022
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश में यह पहली बार है, जब एमबीबीएस को हिंदी में पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह इस धारणा को बदल देगा कि मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को हिंदी में सीखा और पढ़ाया नहीं जा सकता है। इस विचार को व्यवहार में लाने का एक कदम यह है कि हिंदी में पढ़ाई करके भी लोग आगे बढ़ सकते हैं। सीएम ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि एमपी से इस क्रांति की शुरुआत हो रही है।
यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि हिंदी में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने वाला पहला राज्य बना है।
इस अवसर पर हिंदी की पुस्तकों का लोकार्पण करने और पढ़ाई प्रारंभ कराने हमारे देश के यशस्वी गृहमंत्री श्री @AmitShah जी 16 अक्टूबर को पधार रहे हैं। #MP_में_हिंदी_में_MBBS
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 14, 2022
अंग्रेजी शब्दों का हिंदी में किया गया है अनुवाद
एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन पुस्तकें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री बनकर तैयार हैं और 16 अक्टूबर को इन सभी हिंदी पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा। ये किताबें इस तरह से तैयार की जा रही हैं कि रक्तचाप, रीढ़, हृदय, गुर्दे और यकृत या शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों और संबंधित शब्दों जैसे तकनीकी शब्दों को अंग्रेजी में उच्चारित करने के लिए हिंदी में लिखा जाता है। हिंदी माध्यम से शिक्षित छात्र कड़ी मेहनत कर नीट की परीक्षा में तो उत्तीर्ण हो जाते हैं। एमबीबीएस में अंग्रेजी भाषा होने से उन्हें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब हिंदी में पाठ्यक्रम होने से विद्यार्थियों की समझ में इजाफा होगा।