हिमशिखर खबर ब्यूरो
जोशीमठ। जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु प्री फेब्रिकेटेड भवनों का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। भूधंसाव से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु उद्यान विभाग की भूमि और ढाक में प्री फेब्रिकेटेड भवन निर्माण कार्यो किया जा रहा है। नगर में बनाए जा रहे तीन मॉडल प्री-फैब्रिकेटेड घर में से वन बीएचके का काम पूरा हो गया है, जबकि टू बीएचके और थ्री बीएचके का काम भी अंतिम चरण में पहुंच गया है। इन्हें देखने के लिए आपदा प्रभावित भी पहुंच रहे हैं। वहीं, ढाक गांव में भी निर्माणाधीन 15 प्री-फैब्रिकेटेड घरों का निर्माण गतिमान है।
आपदा प्रभवितों के लिए ढाक में केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रूड़की के सहयोग से कार्यदायी संस्था आरडब्लयूडी के माध्यम से प्री फ्रेब्रिकेटेड भवन बनाए जा रहे है। ढाक में विद्युत लाइन बिछवा दी गई है। यहां पर समुचित आवासीय व्यवस्थाएं भी जुटाई जा रही है। प्रभावितों के पुनर्वास के लिए ढाक मे जल्द ही प्रीफैब कालोनी बनकर तैयार हो जाएगी। वहीं जोशीमठ में टीसीपी तिरहा के पास उद्यान विभाग की भूमि पर प्री फैब निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। यहां पर 1 बीएचके तैयार हो गया है जबकि 2 बीएचके और 3 बीएचके भवन का कार्य अंतिम चरण में है।
सिंहधार वार्ड के प्रभावितों ने इन घरों का निर्माण जल्द पूरा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इन घरों के कमरे छोटे हैं। आपदा प्रभावित पवन का कहना है कि सरकार की ओर से बनाए जा रहे ये हट ठीक हैं, लेकिन इनके निर्माण में समय अधिक लग रहा है। यदि जल्द इनका निर्माण होता है तो राहत शिविरों को छोड़कर इन पर रह सकते हैं। राहत शिविरों से बच्चों को स्कूल भेजने में भी दिक्कतें आ रही हैं।
वहीं ढाक में हटों का निर्माण जारी है। भूमि समतलीकरण में अधिक समय लगने और पार्ट्स हिमाचल प्रदेश से मंगाए जाने के कारण इन घरों के निर्माण में देरी हो रही है।