आज 08 दिसंबर उत्पन्ना एकादशी, शुक्रवार का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त का समय

आज मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। जो लोग उत्पन्ना एकादशी का व्रत रख रहे हैं। यहां जानें पूजा के लिए आज का शुभ मुहूर्त का समय।


हिमशिखर धर्म डेस्क

Uttarakhand

आज उत्पन्ना एकादशी है। आज के दिन एकादशी का व्रत रखकर भगवान श्रीहरि विष्णु का श्रृंगार-पूजन और रात्रि जागरण करना चाहिए। जो भगवान श्रीहरि के भक्त वर्षभर की एकादशी का व्रत नहीं करते उन्हें इस एकादशी का व्रत करना चाहिए।

2023 उत्पन्ना एकादशी

एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं। एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना अति आवश्यक है। यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गयी हो तो एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही होता है। द्वादशी तिथि के भीतर पारण न करना पाप करने के समान होता है।

एकादशी व्रत का पारण हरि वासर के दौरान भी नहीं करना चाहिए। जो श्रद्धालु व्रत कर रहे हैं उन्हें व्रत तोड़ने से पहले हरि वासर समाप्त होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए। हरि वासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि है। व्रत तोड़ने के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रातःकाल होता है। व्रत करने वाले श्रद्धालुओं को मध्याह्न के दौरान व्रत तोड़ने से बचना चाहिए। कुछ कारणों की वजह से अगर कोई प्रातःकाल पारण करने में सक्षम नहीं है तो उसे मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए।

कभी कभी एकादशी व्रत लगातार दो दिनों के लिए हो जाता है। जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन एकादशी व्रत करना चाहिए। दुसरे दिन वाली एकादशी को दूजी एकादशी कहते हैं। सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को दूजी एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए। जब-जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब-तब दूजी एकादशी और वैष्णव एकादशी एक ही दिन होती हैं।

भगवान विष्णु का प्यार और स्नेह के इच्छुक परम भक्तों को दोनों दिन एकादशी व्रत करने की सलाह दी जाती है।

तिथि एकादशी 30:30 तक
नक्षत्र हस्त 08:47 तक
प्रथम करण
द्वितिय करण
बावा
बालवा
17:49 तक
30:30 तक
पक्ष कृष्ण
वार शुक्रवार
योग सौभाग्य 23:58 तक
सूर्योदय 07:05
सूर्यास्त 17:19
चंद्रमा कन्या
राहुकाल 10:30− 12:00
विक्रमी संवत् 2080
शक सम्वत 1944
मास मार्गशीर्ष
शुभ मुहूर्त अभिजीत 11:52 − 12:33

पढ़ते रहिए हिमशिखर खबर, आपका दिन शुभ हो… 

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