पंडित उदय शंकर भट्ट
सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज गुरुवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं।
आज का विचार
कोई प्रशंसा करे या फिर निंदा करे। दोनों में लाभ हमारा ही तो है। क्योंकि, प्रशंसा प्रेरणा देती है और निंदा सावधान होने का अवसर।
आज का भगवद् चिन्तन
मन की सफाई
इस प्रकृति में कोई भी जीवन अपात्र एवं मूल्यहीन नहीं है। उस प्रभु के अंशरूप होने के कारण हम सभी पात्र ही हैं पर पात्र की भी समय-समय पर सफाई आवश्यक हो जाती है। कुछ लोगों के द्वारा अपने पात्र को इतना गंदा कर लिया जाता है कि अब उसमें अमृत भी डालोगे तो वो भी विष हो जायेगा।
हमने अपने पात्र में कंकड़ – पत्थर इतने भर रखे हैं, कि अब उनमें अनमोल मोतियों के लिए कोई स्थान शेष नहीं। जीवन के इस पात्र में दुर्गुण रूपी, दुराचार रूपी एवं अनाचार रूपी इतने कंकड़ – पत्थर भरे पड़े हैं कि सद्गुण एवं सदाचार रूपी रत्न का उसमें प्रवेश संभव ही नहीं है।
प्रभु कथा, सत्संग एवं सदग्रंथों के आश्रय में मन की नित्य सफाई करते रहो, ताकि हमारे मन के पात्र में गंदगी ना जम सके। सदैव निष्कपट, निर्दोष, निर्वैर, निष्कलंक, सहज बने रहने का प्रयास करते हुए सर्व हिताय का चिन्तन रखो। जिस मन से प्राणी मात्र के मंगल की भावनाएं उठती हैं निश्चित ही मन रुपी वो पात्र स्वच्छ ही समझना चाहिए।
मासिक शिवरात्रि आज
शिवरात्रि शिव और शक्ति के अभिसरण का विशेष पर्व है। हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
मासिक शिवरात्रि अगर मंगलवार के दिन पड़ती है तो वह बहुत ही शुभ होती है। शिवरात्रि पूजन मध्य रात्रि के दौरान किया जाता है। मध्य रात्रि को निशिता काल के नाम से जाना जाता है और यह दो घटी के लिए प्रबल होती है।
आज का पंचांग
बृहस्पतिवार, फरवरी 8, 2024
सूर्योदय: 07:05
सूर्यास्त: 18:05
तिथि: त्रयोदशी – 11:17 तक
नक्षत्र: उत्तराषाढा – 02:14, फरवरी 09 तक
योग: सिद्धि – 23:10 तक
करण: वणिज – 11:17 तक
द्वितीय करण: विष्टि – 21:42 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: धनु – 10:04 तक
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
तिथि | त्रयोदशी | 11:17 तक |
नक्षत्र | उत्तराषाढा | 26:14 तक |
प्रथम करण | विष्टि | 21:43 तक |
द्वितीय करण | गर | 24:44 तक |
पक्ष | कृष्ण | |
वार | गुरुवार | |
योग | सिद्ध | 23:09 तक |
सूर्योदय | 07:06 | |
सूर्यास्त | 18:04 | |
चंद्रमा | मकर | 10:04 |
राहुकाल | 13:57 से 15:20 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक संवत | 1944 | |
मास | माघ | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 12:13 − 12:57 |
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो।
प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।