सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलमयी है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रही है। आज चैत मास की 17 गते है।
आज का विचार
आप जिसमें भरोसा करते हैं, उसमें जी- जान लगा दीजिए नतीजे चौंकाने वाले होंगे। अपनी मुस्कुराहट से दुनिया बदलिए, दुनिया से अपनी मुस्कुराहट मत बदलिए।
आज का पंचांग
रविवार, मार्च 31, 2024
सूर्योदय: 06:12 ए एम
सूर्यास्त: 06:39 पी एम
तिथि: षष्ठी – 09:30 पी एम तक
नक्षत्र: ज्येष्ठा – 10:57 पी एम तक
योग: व्यतीपात – 09:53 पी एम तक
करण: गर – 09:27 ए एम तक
द्वितीय करण: वणिज – 09:30 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: फाल्गुन
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: वृश्चिक – 10:57 पी एम तक
सूर्य राशि: मीन
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
आज का भगवद् चिन्तन
शांति की प्राप्ति
बाहर से हारकर भी जिसने स्वयं को जीत लिया वह सम्राट है लेकिन दुनिया जीतकर भी जो स्वयं से हार गया सच समझना वो कभी भी सम्राट नहीं हो सकता। सम्राट को शांति मिले यह आवश्यक नहीं पर जिसे शांति प्राप्त हो गयी उसे सम्राट अवश्य समझना चाहिए । शांति के आगे साम्राज्य का कोई मोल नहीं है।
इस जीवन की एक बड़ी विडंबना यह भी है कि कभी – कभी यहाँ साम्राज्य मिल जाता है मगर शांति नहीं मिल पाती और कभी – कभी इसके ठीक विपरीत साम्राज्य तो नहीं मिल पाता, हाँ शांति जरुर प्राप्त हो जाती है। साम्राज्य जीवन की उपलब्धि नहीं शांति जीवन की उपलब्धि है। केवल धनवान बनने से शांति की प्राप्ति नहीं हो सकती धर्मवान बनने से ही जीवन में शांति की प्राप्ति संभव है। धर्म विरुद्ध आचरण अशांति का तो धर्ममय आचरण ही जीवन में शांति का मूल है।
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।