हिमशिखर खबर
नई टिहरी: लाडेसर आश्रम में सनातन धर्म संकल्प दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पूजन-पाठ कर प्रसाद वितरण किया गया।
लाडेसर आश्रम की संचालिका मंजू शेखावत ने बताया कि एक साल पूर्व आज के दिन पर आश्रम में सनातन धर्म संरक्षण के लिए रैली का आयोजन किया गया। जिसमें जयपुर से सनातन ऋषि डा मनोज कुमार गुप्ता ने पहुंचकर अपने विचार रखे थे। बताया कि सनातन धर्म संरक्षण के लिए लाडेसर आश्रम देशभर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। कन्या पूजन कर भक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया। लाडेसर आश्रम में सनातन धर्म मैडी की स्थापना की गई है। बताया कि सनातन ऋषि डॉक्टर मनोज कुमार गुप्ता पूरे विश्व में सनातन की अलख जगा रहे हैं। बताया कि सर्दी के मौसम को देखते हुए आश्रम में रोजाना सुबह चाय और बिस्कुट का निशुल्क वितरण किया जाएगा।
लाडेसर आश्रम की संचालिका मंजू शेखावत ने बताया कि सनातन शब्द को लेकर काफी चर्चाएं चलती रहती हैं। यह बहुत प्राचीन है। योगियों ने जब जीवन को समझाया, तब यह पाया गया कि बाहर तो जन्म-मृत्यु का खेल रहता है, लेकिन उसके मूल में कुछ है, जो सदा बना रहता है। सूरज की गति से प्रकाश और अँधेरा होता है, लेकिन यह खेल जिस अवकाश में होता है, वह शाश्वत है, अर्थात् सनातन है। जीवन हर पल मरता है और प्रतिपल जन्म होता है। जैसे, एक सांस है और दूसरी बाहर है। अति-सांसारिक जन्म होता है, अति-सांसारिक मृत्यु होती है। यह जो लय है जीवन की, वही सनातन है। सनातन सनातन समयातीत होता है। सनातन का मतलब होता है कि जिसमें नये और पुराने का कोई अर्थ नहीं है, जो सदा है। पुराना का मतलब है, जो कभी था. नये का मतलब है, जो कभी नहीं था.