हिमशिखर खबर ब्यूरो
चंबा: सीडीओ ने चंबा के निकट बड़ा स्यूटा एवं मंज्यूड़ गांव में चौपाल लगाकर ग्रमीणों को विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। लोगों ने जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा की समस्या उठाई।
चौपाल में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अधिकांश फसलों कों नुकसान जंगली जानवरों सुअर व बन्दरों द्वारा किया जाता है। जिससे लोग में खेती को छोड़ रहे है।
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि बांस का पौधा तीव्र गति से बड़ा होता है। इसे कृषि एवं बागवनी भूमि के चारों ओर प्राकृतिक (बायो फेंसिंग) रूप से बांस से घेरबाड करने से जंगली जानवरों से फसल को बचा सकतें हैं तथा बांस का भी वाणिज्यक उपयोग किया जा सकेगा जिससे गांवों के लोगों को आय का सृजन भी होगा। भूमि के जिस ओर से जंगली जानवरों के आने की आशंका ज्यादा उस तरफ बांस की पौध को तीन पंक्तियों में कतार बद्ध रूप से लगाए जाय तो भूमि पर घेरबाड़ अच्छी तरह से हो जाएगी और भविष्य में जंगली जानवरों से उत्पादित फसल का रक्षण अच्छी तरह से हो सकेगा तथा उक्त योजना को क्रियान्वित करने के लिए सहयोग प्रदान किया जायेगा।
इस दौरान पीडी डीआरडीए विवेक उपाध्याय, खण्ड विकास अधिकारी चम्बा एनके नौटियाल प्रधान मंज्यूड़ कुसुम नेगी उप कार्यक्रम अधिकारी (मनरेगा) सहित ग्रामीण उपस्थित थे।