नरौरा :
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान-हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके बेटे राजवीर सिंह ने मुखाग्नि दी।
कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार वैदिक रीति रिवाज से हुआ। दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ियां लगाई गई। 11 आचार्यों ने अंतिम संस्कार वैदिक रीति रिवाज से सम्पन्न कराया। अंतिम संस्कार में चंदन के अलावा ढाक, पीपल व आम की लकड़ी का उपयोग किया गया। पुरोहित मंडल ने अंत्येष्टि से पहले शांति पाठ किया। अंत्येष्टि स्थल के बाहर जमा लोगों की भीड़ बाबू जी अमर रहें और जय श्रीराम के नारे लगती रही।
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बड़े नेताओं ने पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतिम संस्कार के बाद सोशल मीडिया पर भी पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि दी। लिखा, ‘रामभक्ति में तज दिया, अपने सिर का ताज। राम शरण की ओर चले, परम रामभक्त आज।’
गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया अंतिम दर्शन
नरौरा घाट से पहले पूर्व सीएम कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अतरौली स्थित गेस्ट हाउस में रखा गया। यहां गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, प्रहलाद पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई बड़ी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। हजारों की संख्या में अलीगढ़ के लोगों ने भी उन्हें नमन किया।
जिस रास्ते से निकली यात्रा, लोगों की आंखें नम हो गईं
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ की अंतिम यात्रा में भारी सैलाब उमड़ा। जिस भी रास्ते से बाबू जी का पार्थिव शरीर गुजरा, लोगों की आंखें नम हो गईं।
महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चों ने उन पर पुष्प वर्षा की। कई घंटों तक लोग अलीगढ़ के स्टेडियम से बुलंदशहर के नरौरा घाट तक सड़कों के दोनों तरफ खड़े रहे। सुबह 9 बजे से शुरू हुई ये यात्रा शाम तीन बजे नरौरा घाट पहुंची। घाट पर पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।