रुड़की: नारी सशक्तिकरण को लेकर किए गए एक कार्यक्रम में उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शिरकत की।इस दौरान राज्यपाल ने महिलाओं को संबोधित भी किया।
राज्यपाल ने महिला संवाद में कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।
वहीं, जो महिलाएं आत्मनिर्भर हैं, उन्हें भी अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करना चाहिए।
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रुड़की में आयोजित इप्रो ग्लोबल लिमिटेड द्वारा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
राज्यपाल ने उपस्थित महिलाओं से संवाद किया। साथ ही उनके द्वारा महिलाओं के विकास और कल्याण के लिये किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि सामाजिक कार्यों से जुड़ी महिलाओं में शिक्षक, उद्यमी, चिकित्सक, इंजीनियर, सामाजिक कार्यकर्ता, वकील और स्वरोजगार से जुड़ी बहनें शामिल हैं।
उन्होंने कहा मुझे मेहनतकश महिलाएं बहुत अधिक प्रभावित करती हैं। उनका संघर्षमय जीवन भी प्रेरणादायक है। वे अपने घर-परिवार, बच्चों की जिम्मेदारियों को निभाने के साथ ही रोजगार के लिये बेहद परिश्रम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की अभूतपूर्व सफलताओं के सैकड़ों उदाहरण हैं। भारत के मंगलयान अभियान में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका महिला वैज्ञानिकों की थी।
आज विश्व के कई देशों में महिलाएं राष्ट्राध्यक्ष व प्रधानमंत्री हैं। महिलाएं विभिन्न राजनीतिक व प्रशासनिक पदों पर कार्य कर रही हैं।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि भारत में भी महिला अधिकारियों, वैज्ञानिकों, डाॅक्टरों ने कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चा संभाला था। उत्तराखंड में महिला शक्ति यहां की सामाजिक एवं आर्थिक व्यवस्था की रीढ़ हैं।
चाहे प्रशासन हो, या उद्योग, या स्वरोजगार हर जगह महिलाओं ने अपनी योग्यता सिद्ध की है। भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम हो या मिलिट्री पुलिस सभी चुनौतीपूर्ण जगहों पर महिलाएं, पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं।
राज्यपाल ने महिलाओं को साड़ी बैंक की जानकारी दी। साथ ही सक्षम महिलाओं को इसमें योगदान देने का आग्रह किया।