नई दिल्ली
आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के जालना में स्थित चार प्रमुख स्टील रोलिंग मिलों के एक समूह पर तलाशी और जब्ती अभियान शुरू किया। ये कंपनियां स्टील टीएमटी बार और बिलेट के निर्माण के कारोबार से संबंधित हैं, जो अधिकतर कच्चे माल के रूप में स्टील स्क्रैप का उपयोग करती हैं। यह अभियान जालना, औरंगाबाद, पुणे, मुंबई और कोलकाता में 32 से अधिक परिसरों में चलाया गया।
आयकर विभाग के इस तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान, अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज, अनियमित शीट्स और अन्य डिजिटल दस्तावजों का पता लगाकर उन्हें जब्त किया गया। ये सबूत स्पष्ट रूप नियमित खाता-दस्तावज़ों से बाहर बड़े पैमाने पर किए गये बेहिसाब वित्तीय लेन-देन में कंपनियों की भागीदारी को दर्शाते हैं, जिनमें प्रवेश प्रदाताओं का इस्तेमाल कर खरीद प्रक्रिया को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जाना, बेहिसाब नकदी व्यय और निवेश आदि शामिल हैं। बरामद किये गये दस्तावेज़ों से पर्याप्त मात्रा में धन शोधन का भी पता चलता है जो शेल कंपनियों का उपयोग करके शेयर प्रीमियम और असुरक्षित ऋण की आड़ में अर्जित किया गया है। इस दौरान 200 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब खरीदारी के सबूत भी मिले है। कंपनियों के फैक्ट्री परिसर से भी बेहिसाब स्टॉक का पता चला है।
आयकर विभाग को तलाशी अभियान के दौरान 12 बैंक लॉकर मिले। इसके अलावा विभिन्न परिसरों से 2.10 करोड़ रूपये से अधिक बेहिसाब नकदी तथा 1.07 करोड़ मूल्य के आभूषण जब्त किए गए हैं। अब तक मिले सबूतों से पता चला है कि बेहिसाब आय 300 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है और तलाशी अभियान के फलस्वरूप चार कंपनियों ने पहले ही 71 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय का खुलासा कर दिया है।
मामले की जांच जारी है।