नई टिहरी।
टीएचडीसी की ओर से भारत का अमृत महोत्सव के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें कहा गया कि महिलाएं घर और कार्य क्षेत्र में समन्वय बनाकर समाज को दिशा दे रही हैं।
मंगलवार को टीएचडीसी सभागार में महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि टीएचडीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर यूके सक्सेना ने किया। उन्होंने कहा कि दुनिया की महिलाओं के बिना कल्पना करना भी मुश्किल है। कहा कि आज के समय में महिलाएं देश और सजाज दोनों के निर्माण में बेहद भूमिका निभा रही हैं।
मुख्य वक्ता डा. मीता अग्रवाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘जेंडर इक्वालिटी टुडे फाॅर ए सस्टेनेबल टुमारो’ पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि एक स्थाई और सामान कल के लिए समाज मे लैंगिक समानता जरूरी है। कहा कि महिलाओं को अपनी क्षमताओं और योग्यताओं को पहचाने की जरूरत है। तभी महिलाओं का विकास संभव है। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी। वक्ताओं ने कहा कि अब देश में महिलाओं को अपने अधिकारों का ज्ञान होने लगा है। बिना अधिकारों की जानकारी के कोई भी समाज तरक्की नहीं कर सकता है। अधिकारों के साथ साथ उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी करना होगा। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना के साथ हुई। इस दौरान विभिन्न सास्कृतिक कार्यक्रमों ने मन मोह लिया।
इस मौके पर डाॅ नमिता डिमरी, डाॅ नवनीत, सुनीता सिंह, मनवीर नेगी, दीपक उनियाल सहित दर्जनों अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।