हिमशिखर ब्यूरो
नई टिहरी। कोटेश्वर और टिहरी बांध विस्थापितों के संदर्भ में शुक्रवार को पुनर्वास और टीएचडीसी की बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में टीएचडीसी, राज्य सरकार तथा ग्रामीण तिवाड़ गांव, मरोड़ा गांव, पयाल गांव व पिपोला खास के ग्रामीणों के पुनर्वास एवम विस्थापन्न के संदर्भ में व्यापक चर्चा हुई। तिवाडगांव कै लोगों की मांग थी कि “आशिक डूब क्षेत्र के उन परिवारों को भूमि के बदले भूमी दी जाए जिन्होने पूर्व में भूमि का मुआवजा नहीं लिया है, और इन्हें भूमि सिराई, गोरण की अवशेष भूमि आवंटित की जाए।
पुनर्वास नीति 1998 से भी यह कवर होते है। इसलिए निदेशक पुनर्वास/जिलाधिकारी व टीएचडीसी ने सयुक्त रूप से माना कि इन्हें भूमि दी जाएगी, उक्त ग्रामो में भूमि देने पर टीएचडीसी ने “वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालय” की रिपोर्ट को आधार मान कर कहा कि यह भूमि नहीं दी जा सकती, जिस पर प्रभावितो के वरिष्ठ अधिवक्ता शान्ति प्रसाद भट्ट ने रिपोर्ट को पढ़ कर सुनाया।जिस पर केवल एक हिस्से को वाडिया की रिपोर्ट में अस्थिर माना था, संपूर्ण भूमि को नहीं, तब संयुक्त रुप से सहमति बनी की तिवाड़गाव को भूमि दी जाएगी, निदेशालय अपने स्तर से टीएचडीसी के साथ मिलकर आगे की प्रक्रिया प्रारंभ करेगें।
पायलगांव: इस ग्राम को संयुक्त विशेषज्ञ समिति (JEC) ने विस्थापन के लिए संस्तुति कर दी है, किन्तु समिति ने यह भी सुझाव दिया की आईआईटी रुड़की से भी परीक्षण करवा लिया जाय। जिस पर जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान आईआईटी रुड़की के निदेशक से उक्त संदर्भ में टेलीफोन से वार्ता की ओर अगले 15 दिनों में IIT रुड़की की टीम से निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु अग्रिम कार्यवाही का भरोसा दिया। चुकी इस ग्राम का पूर्व में ही 4,35,57, 580.00का आगण बना हुआ है। जिस पर टीएचडीसी को उक्त धन आवंटन करना है। टीएचडीसी ने बैठक में कहा की JEC की रिपोर्ट के अनुसार हमे धनावंटन में कोई समस्या नहीं है।
पिपोला खास के विस्थापन् की मांग को रखते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि यह ग्राम हाइली अनस्टेबल है और ग्राउंड मुमेट के कारण भवनों में भारी दरारे है। इसलिए इस ग्राम को विस्थापित किया जाय।इस ग्राम पर मूल्यांकन की कार्यवाही गतिमान है।JEC की रिपोर्ट के अनुरूप कार्य किया जा रहा है
बैठक में टीएचडीसी के ईडी यूके सक्सेना ,पुनर्वास विभाग के अधीक्षण अभियंता आर के गुप्ता, अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह नेगी, थौलधार ब्लॉक के पूर्ण कनिष्ठ उपप्रमुख कुलदीप पवांर, दिनेश पंवार, बालम सिंह पवांर, विजय पाल नेगी,जितेंद्र सिंह हरिकृष्ण, हंसलाल, सोमवारी लाल, उमेद सिंह, आंशिक दो संघर्ष समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा, पूर्व प्रधान प्रदीप भट्ट आदि उपस्थित रहे।