हिमशिखर धर्म डेस्क
आज कार्तिक शुक्ल पुर्णिमा पर आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। भारतीय समय अनुसार ये ग्रहण दिन में होगा, इस वजह से भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत में ग्रहण बहुत अल्प अवधि के लिए अरुणांचल प्रदेश एवं असम के सुदूर उत्तर पूर्वी हिस्सों से दिखाई देगा ।
ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, उत्तर अमरीका, दक्षिण अमरीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा ।
ये आंशिक चंद्रग्रहण 3 घंटे 28 मिनट का रहेगा। जो 580 साल में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण है। भारतीय समयानुसार ग्रहण दोपहर 12.48 बजे से शुरू होगा और शाम 4.17 मिनट पर खत्म होगा।
अरुणाचल प्रदेश एवं असम के सुदूर उत्तर पूर्वी हिस्सों के अतिरिक्त भारत में इस चंद्रग्रहण का सूतक नहीं रहेगा, इस ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं रहेगी। जहां-जहां चंद्र ग्रहण दिखाई देता है, सिर्फ उन क्षेत्रों में ही सूतक जैसी धार्मिक मान्यताएं मान्य होती हैं। भारत में अगला चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर 2022 को दृश्य होगा जो कि पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा।
चंद्र ग्रहण कब लगता है
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा को घटित होता है जब पृथ्वी सूर्य एवं चंद्रमा के बीच आ जाती है तथा ये तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित रहते हैं । पूर्ण चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की प्रच्छाया से आवृत हो जाता है तथा आंशिक चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा का एक हिस्सा ही पृथ्वी की प्रच्छाया से ढक पाता है ।
580 साल बाद इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण
2021 से पहले इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण 27 फरवरी 1440, को पूर्णिमा पर हुआ था। 19 नवंबर का आंशिक चंद्र ग्रहण पश्चिमी अफ्रिका, पश्चिमी यूरोप, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा। ग्रहण का मोक्ष चंद्रोदय के समय ऑस्ट्रेलिया, इन्डोनेशिया, थाईलैंड, भारत के पूर्वोत्तर भाग, चीन और रूस में दिखाई देगा।