राज्यों के सीएम के साथ पीएम ने की बैठक:पीएम मोदी ने कहा- घबराने की जगह अलर्ट रहना ज्यादा जरूरी, तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन, वैक्सीनेशन बढ़ाएं

पिछले कुछ दिनों से पूरे देश में कोरोना के मामलों में बढ़ाेतरी देखी जा रही है. इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हो रही है. इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की गई.


नई दिल्ली।

Uttarakhand

कोरोना वायरस और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही हैै. कोविड समीक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से राज्यों के हालातों का जायजा लिया है और कोरोना वायरस के फैलने को रोकने के लिए कदमों पर विस्तार से चर्चा हुई. इस मीटिंग में प्रदेशों में लगाई गई पाबंदियों पर भी चर्चा हुई और उन उपायों पर भी मंथन हुआ, जिससे कोरोना की बेकाबू रफ्तार पर रोक लगाई जा सके.

मुख्यमंत्रियों संग बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सौ साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे साल में प्रवेश कर चुकी है. मेहनत हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प है. हम 130 करोड़ भारतीय अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर ज़रुर निकलेंगे. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है. पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ओमिक्रॉन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक दिन में अमेरिका में 14 लाख से ज्यादा केस आए हैं. हमारे स्वास्थ्य एक्सपर्ट स्थिति का आकलन कर रहे हैं. यह स्पष्ट है कि हमें सतर्क रहना है, लेकिन घबराहट से बचना भी सुनिश्चित करना है.

उन्होंने कहा कि आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है. फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को ‘प्रीकॉशन डोज़’ जितनी ज़ल्द लगेगी उतना ही हमारे हेल्थ केयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा. शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज़ करना है.

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र द्वारा राज्यों को आवंटित 23,000 करोड़ रुपये के पैकेज का अच्छी तरह से उपयोग किया गया है. कई राज्यों ने अपने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया है. पीएम ने कहा हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन Panic की स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है. हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़ेे.

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