नई टिहरी
श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध 8 निजी महाविद्यालय पर तय सीटों से अधिक अवैध प्रवेश कराकर परीक्षा कराने के मामले में कार्रवाई की तलवार लटक गई है। विवि की 31 अगस्त को होने वाली आपात कार्य परिषद की बैठक में फैसला लेने के बाद दोषी महाविद्यालयों के खिलाफ गाज गिरना तय माना जा रहा है। वहीं कार्य परिषद में 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने को लेकर भी अहम फैसला लिया जाएगा।
श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध 8 निजी महाविद्यालयों को तय सीट से अधिक छात्रों को प्रवेश दिलाना भारी पड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, विवि के कुलपति डाॅ पीपी ध्यानी का उच्च शिक्षा में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना प्राथमिकता में है। ऐेस में विवि के समक्ष मामला सामने आते ही तय सीटों से अधिक प्रवेशित 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम पर तुरंत रोक लगा दी गई थी।
ऐसे में दोषी महाविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर विवि ने कार्य परिषद की आपात बैठक 31 अगस्त को बुलाई है। इनमें हरिद्वार के 3, देहरादून का एक और रूड़की के 4 महाविद्यालयों के स्वीकृत सीटों से अधिक पर प्रवेश कराकर परीक्षा का मामला रखा जाएगा। इसके साथ ही 481 छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने को लेकर भी निर्णय लिया जाएगा।
दरअसल, विवि के कुलपति का मानना है कि इस पूरे प्रकरण में छात्रों का कोई दोष नहीं है। जिस कारण इनका परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना चाहिए। लेकिन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले 8 निजी महाविद्यालयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी होनी चाहिए। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन महाविद्यालयों की सीटें कम हो सकती हैं या फिर मान्यता भी रद्द की जा सकती है। अब देखना यह होगा कि मंगलवार को होने वाली कार्य परिषद की बैठक में इन दो प्रमुख बिंदुओं पर क्या फैसला लिया जाता है।
इनका क्या है कहना
8 निजी महाविद्यालयों ने स्वीकृत से अधिक 481 सीटों पर अवैध प्रवेश करवाया, जो कि संबद्धधता नियमों के विरुद्ध है। पूरे प्रकरण में छात्रों का कोई दोष नहीं है। इन छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित करने और दोषी महाविद्यालयों के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने को लेकर मंगलवार को आपात कार्य परिषद की बैठक होगी – डाॅ पीपी ध्यानी, कुलपति, श्रीदेव सुमन विवि