हिमशिखर धर्म डेस्क
आज शुक्रवार, 14 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में प्रवेश होने से मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट गई है। अब विवाह, सगाई, जनेऊ, गृह प्रवेश और भूमि पूजन जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त मिल सकेंगे। सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति कहते हैं। आज ये ग्रह मेष राशि में प्रवेश करेगा, इस कारण इसे मेष संक्रांति कहा जाता है। ये दिन एक पर्व की तरह ही है। संक्रांति पर नदियों में स्नान किया जाता है, दान-पुण्य किया जाता है और सूर्य देव की विशेष पूजा के साथ ही पितर देवताओं के लिए श्राद्ध कर्म भी किए जाते हैं।
शुक्रवार को तिथि, वार और नक्षत्र से सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। साथ ही ग्रहों की शुभ स्थिति से मालव्य, हंस, सत्कीर्ति और विमल योग भी रहेंगे। सूर्य अपनी उच्च राशि में रहेगा। वहीं, गुरु, शुक्र और शनि ये तीन ग्रह खुद की राशियों में होंगे।
ऐसे संयोग में किए गए कामों से लंबे समय तक फायदा मिलता है। वहीं, नई नौकरी और बिजनेस में की गई नई शुरुआत से भी सफलता मिलने की संभावना और बढ़ जाती है।
बढ़ जाएगा स्नान-दान का पुण्य
इस पर्व पर सूर्योदय से पहले नहाना खासतौर से गंगा स्नान करने का बहुत महत्व है। मेष संक्रांति पर सुबह जल्दी उठकर नहाने और सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। उसके बाद मंदिर जाकर श्रद्धा अनुसार दान करना चाहिए। शुभ संयोग में इस तरह पुण्य कर्म का शुभ फल और बढ़ जाएगा।
ग्रंथों का कहना है कि संक्रांति पर तीर्थ स्नान करने वाले को ब्रह्म लोक मिलता है। देवी पुराण में कहा गया है कि संक्रांति के दिन जो नहीं नहाता वो बीमारियों से परेशान रहता है। संक्रांति के दिन दान और पुण्य कर्मों की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
21 घंटे तक रहेगा सर्वार्थसिद्धि योग
14 अप्रैल को तिथि, वार, नक्षत्र और ग्रहों से बन रहे शुभ संयोग में हर तरह की खरीदारी कर सकते हैं। इस दिन तकरीबन 21 घंटे तक सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। जो कि सुबह 9.15 पर शुरू होगा और अगले दिन सुबह तक रहेगा। इस योग में खरीदारी और नई शुरुआत का फायदा लंबे समय तक मिलता है।
मालव्य, हंस, सत्कीर्ति और विमल योग में नौकरी और बिजनेस में नई शुरुआत, लेन-देन या निवेश करना फायदेमंद रहेगा। इस दिन कपड़े, ज्वेलरी, फर्नीचर और हर तरह की खरीदारी की जा सकती है।