देहरादून : सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के साधनहीन बच्चों को पूरे मनोयोग से शिक्षण के लिए राजकीय इंटर कालेज भगद्वारीखाल की शिक्षिका डाॅ. मंजू बहुगुणा को क्रीड़ा भारती की ओर से सम्मानित किया गया।
क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा ने डाॅ. मंजू बहुगुणा को शाॅल उढ़ाकर अभिनंदन पत्र प्रदान करते हुए कहा कि वंचित व अभाव ग्रस्त बच्चों की मदद ही असली सेवा है। उन्होंने कहा कि डाॅ. मंजू बहुगुणा ने जिस तरह से अपने विषय अंग्रेजी के साथ-साथ बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करने और हुनरमंद बनाने के लिए उन्हें गृह विज्ञान के अंतर्गत क्राफ्ट, कढ़ाई आदि में दक्ष बनाया। यह अपने आप में अनुकरणीय और सराहनीय है। यही नहीं अवकाश और कोविड काल में भी उन्होंने आन लाइन, वाट्सएप और मोबाइल के जरिए बच्चों का मार्गदर्शन किया।
अंग्रेजी विषय की शिक्षिका डाॅ. मंजू बहुगुणा ने सम्मान के लिए क्रीड़ा भारती का नारायण सिंह राणा का आभार जताते हुए बताया कि उनका काॅलेज दूरस्थ इलाके में ऐसी जगह पर है जहां पर बच्चों के कौशल विकास के लिए जरूरी सामग्री उपलब्घ नहीं हो पाती। यही नहीं अधिकांश बच्चे गरीब हैं। उनके लिए वे खुद देहरादून से जरूरी सामग्री क्रय करके ले जाती हैं।
इस मौके पर मौजूद भारतीय पैराशूटिंग टीम के राष्ट्रीय कोच अंतरराष्ट्रीय शूटर सुभाष राणा ने कहा कि अभावग्रस्त और शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों में हुनर की कमी नहीं होती और यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और साधन मिलें तो वे सफलता के झंडे गाड़ सकते हैं। सुभाष ने बताया कि उनके मागदर्शन में इस बार के पैरा ओलंपिक में खिलाड़ियों ने देश के लिए दो स्वर्ण पदक समेत पांच पदक हासिल किए। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकारों से अपील की जैसे वे पदक हासिल करने के बाद खिलाड़ियों को आर्थिक मदद देते हैं उसी तरह वे तैयारी के दौरान भी खिलाड़ियों को मदद दें तो खिलाड़ी और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
जसपाल अकादमी में आयोजित सम्मान समारोह में रवि अरोड़ा, मुकुल जीत सिंह, श्यामा राणा, नैना राणा, राजेंद्र सिंह राणा, सूरी रौसेला, दीपक अरोड़ा, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप बहुगुणा, सौम्या बहुगुणा और जसपाल अकादमी के प्रशिक्षक और कर्मचारी भी मौजूद थे।