नई टिहरी।
शादी-विवाह निमंत्रण पत्र दिए जाने वाले कार्डों को आज हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी में छापने की परंपरा है, वहीं काकड़ासारी गांव के सर्वेश तिवारी ने अपनी शादी का कार्ड संस्कृत में छपवाकर लोगाें के सामने मिशाल पेश की है। संस्कृत प्रेमियों ने इस पहल की प्रशंसा की है।
नरेंद्रनगर के काकड़ासारी गांव निवासी सर्वेश तिवारी ने संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने, प्रचार-प्रसार करने तथा आमजन को संस्कृत से जोड़ने के लिए विवाह का निमंत्रण पत्र संस्कृत भाषा में छपवाकर समाज को नया संदेश दिया है। इस कार्ड में विवाह संबंधी सभी कार्यक्रम पूर्णरूप से संस्कृत में लिखे गए हैं। पौरोहित्य कर्म करने वाले सर्वेश का विवाह चंबा के स्वाड़ी गांव निवासी अंजली से तय हुआ तो उन्होंने अपने विवाह के कार्ड संस्कृत में ही छपवाने का निर्णय लिया। यह निमंत्रण पत्र इन दिनों क्षेत्र में लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
सर्वेश कहते हैं कि संस्कृत महज एक भाषा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कार है। हमारी संस्कृति का अंग है। आज के समय लोग देववाणी संस्कृत को भूलते जा रहे हैं। यह एक प्रयास है, ताकि लोग इस भाषा को अधिक से अधिक जाने और इसे सीखें। बीजेपी नेता सुशील कुमार बहुगुणा का कहना है कि सर्वेश तिवारी का अच्छा प्रयास है। अन्य लोग भी इससे प्रेरित होंगे।