नई टिहरी।
सुरकंडा देवी मंदिर की रोप-वे ट्रॉली की खराबी की जांच रिपोर्ट का इंतजार खत्म हो गया है। ब्रिडकुल के तकनीकी विशेषज्ञों ने रोपवे में एलाइनमेंट आउट होने से रोप और चक्का में तकनीकी खामियां आने की पुष्टि की है। कंपनी प्रबंधन के तकनीकी गड़बड़ियों को दूर करने के बाद ब्रिडकुल की टीम दोबारा से निरीक्षण करेगी। उसके बाद ही रोपवे संचालन को हरी झंडी मिल सकेगी।
सुरकंडा देवी मंदिर का रोपवे रविवार शाम को अचानक चलते हुए रुक गया था। इस रोपवे में टिहरी विधायक समेत 36 लोग ट्रॉली में फंस गए थे। जिस कारण टिहरी विधायक सहित श्रद्धालु रोपवे की अलग अलग ट्रॉलियों में करीब आधा घंटे हवा में लटके रहे। टेक्निकल टीम ने किसी तरह खामी को ठीक करते हुए रोपवे शुरू कराया और सभी लोगों को सकुशल उतारा। मामले की गभीरता को देखते हुए एसडीएम धनोल्टी ने फिलहाल रोपवे का संचालन बंद करवा दिया था और ब्रिडकुल से घटना की तकनीकी जांच करवाने को पत्र लिखा था।
सोमवार को ब्रिडकुल के विशेषज्ञों की टीम ने मौके पर पहुंचकर रोपवे की जांचकर विभिन्न जानकारियां जुटाई। टीम ने रोपवे संचालन के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का भी निरीक्षण किया था।
टीम ने जांच में पाया कि रोपवे का एलाइनमेंट आउट होने की वजह से यह घटना हुई। बताया कि टावर नंबर 4 के पास ट्रालियां पहुंचते ही रोप और चक्का में तकनीकी गड़बड़ी आ गई। बताते चलें कि रोपवे में कोई भी तकनीकी गड़बड़ी आने पर रोपवे आटोमेटिक ट्रिप होने के बाद बंद हो जाता है।
ब्रिडकुल के रज्जू मार्ग निरीक्षक कुंदन सिंह ने बताया कि तकनीकी विशेषज्ञों की जांच टीम को स्थलीय निरीक्षण में एलाइनमेंट आउट होने से तकनीकी गड़बड़ी मिली। कंपनी प्रबंधन की ओर से रोपवे की गड़बड़ी को ठीक कराने के बाद ब्रिडकुल की टीम दोबारा से मौके पर जाकर जांच करेगी। उसके बाद ही रोपवे संचालन की अनुमति दी जाएगी।