आज का पंचांग: कुंठा से मुक्ति

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

आज का भगवद् चिंतन

 कुंठा से मुक्ति

जीवन में अवसाद रहेगा तो मन में स्वाभाविक ही कुण्ठा अपना स्थान बना लेगी। अवसादग्रस्त व्यक्ति सदैव खिन्नता में जीवन जीता है। कुंठा जीवन को नैराश्य से भरकर व्यक्ति की मुस्कुराहट छीन लेती है और कुंठा किसी व्यक्ति के जीने के हौसले को ही समाप्त कर देती है। वर्तमान समय में एकाकी जीवन शैली कुंठा का एक प्रमुख कारण है। जब हमारे आसपास सुख – दुःख बाँटने के लिए कोई नहीं होता तो वहीं से हमारा मन कुंठाग्रस्त होने लगता है।

केवल असफलता ही कुंठा का कारण नहीं होती अपितु वो सफलता भी कुंठा का कारण होती है, जिसमें हमारा कोई अपना प्रशंसा करने वाला नहीं होता है। जिस परिवार में लोग एक दूसरे के सुख-दुःख में सहभागी होना जानते हैं वह परिवार कुंठा मुक्त, अवसाद मुक्त एवं खुशहाल होता है। अवसाद से बचना है तो परिवार के लोगों और मित्रों के साथ समय व्यतीत कीजिए। एक दूसरे के साथ मिलकर मुस्कुराइए, अपना सुख-दुःख बाँटिए, नहीं तो जीवन में पैसा तो बहुत रहेगा लेकिन प्रसन्नता चली जाएगी।

आज का पंचांग

बृहस्पतिवार, जनवरी 9, 2025
सूर्योदय: 07:15
सूर्यास्त: 17:42
तिथि: दशमी – 12:22 तक
नक्षत्र: भरणी – 15:07 तक
योग: साध्य – 17:29 तक
करण: गर – 12:22 तक
द्वितीय करण: वणिज – 23:20 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: गुरुवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: मेष – 20:46 तक
सूर्य राशि: धनु
प्रविष्टे/गते: 26

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