उदय शंकर भट्ट
सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज मंगलवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं।
आज का विचार
ज्ञान तीन प्रकार से प्राप्त होता है, एक मनन से, दूसरा अनुसरण से, तीसरा अनुभव से। अनुभव से प्राप्त किया गया ज्ञान कड़वा और कठिन होता है।
आज का भगवद् चिन्तन
विश्वासपूर्ण संबंध
अविश्वास प्रेम को खंडित करता है जिससे हमारे परस्पर संबंधों की मजबूत दीवार में भी दरारें आ जाती हैं। संबधों की मजबूती के लिए परस्पर विश्वास प्रथम आवश्यक्ता है। विश्वास की ईंट जितनी मजबूत होगी हमारे संबंधों की दीवार भी उतनी ही टिकाऊ बन पायेगी। विश्वास ही संबंधों को प्रेमपूर्ण बनाता है। जब हमारे द्वारा प्रत्येक बात का मुल्यांकन स्वयं की दृष्टि से किया जाता है तो वहाँ अविश्वास अवश्य उत्पन्न हो जाता है।
यह आवश्यक नहीं कि हर बार हमारे मुल्यांकन करने का दृष्टिकोण सही हो इसलिए संबंधों की मधुरता के लिए अपने दृष्टिकोण के साथ-साथ दूसरों की भावनाओं तक पहुँचने का गुण भी हमारे भीतर अवश्य होना चाहिए। संबध जोड़ना महत्वपूर्ण नहीं अपितु संबंध निभाना महत्वपूर्ण है। संबंधों का जुड़ना संयोग हो सकता है पर संबंधों को निभाना जीवन की एक साधना ही है।
आज का पंचांग
सूर्योदय: 07:07
सूर्यास्त: 18:04
तिथि: एकादशी – 16:07 तक
नक्षत्र: ज्येष्ठा – 07:35 तक
क्षय नक्षत्र: मूल – 06:27, फरवरी 07 तक
योग: व्याघात – 08:50 तक
क्षय योग: हर्षण – 06:09, फरवरी 07 तक
करण: बालव – 16:07 तक
द्वितीय करण: कौलव – 03:10, फरवरी 07 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: माघ
चन्द्र राशि: वृश्चिक – 07:35 तक
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो।
प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।