पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
अनियंत्रित क्रोध विनाश और नियंत्रित क्रोध विकास का कारण बन सकता है। इसलिये क्रोध को अपने ऊपर हावी न होने दें बाकी क्षमारुपी शस्त्र जिसके हाथ में है उसका दुर्जन क्या कर सकता है। अग्नि जब किसी जगह गिरती है, और वहां घास ना हो तो स्वयं बुझ जाती है
आज का भगवद् चिन्तन
स्वाभिमान को समझें
निर्भीकता से सत्य के पक्ष में खड़े रहना ही स्वाभिमान है। स्वाभिमान का अर्थ अपनी बात पर अड़े रहना नहीं अपितु सत्य के साथ खड़े रहना है। दूसरों को नीचा दिखाते हुए अपनी बात को सही सिद्ध करने का प्रयास करना यह स्वाभिमानी का लक्षण नहीं अपितु दूसरों की बात को यथायोग्य सम्मान देते हुए किसी भी दबाव में ना आकर सत्य पर अडिग रहना यही स्वाभिमान है।
अभिमानी वह है जो अपने अहंकार के पोषण के लिए दूसरों को कष्ट देना पसंद करता है और स्वाभिमानी वह है जो सत्य के रक्षण के लिए स्वयं कष्टों का वरण कर लेता है। अभिमान झुकना पसंद नहीं करता लेकिन स्वाभिमान गलत के आगे झुकने नहीं देता है। मैं जो कह रहा हूँ वही सत्य है, यह अभिमानी का लक्षण है और जो सत्य होगा उसे मैं स्वीकार कर लूँगा बस यही स्वाभिमानी होने का लक्षण है।
आज का पंचांग
बुधवार, नवम्बर 20, 2024
सूर्योदय: 06:48 ए एम
सूर्यास्त: 05:25 पी एम
तिथि: पञ्चमी – 04:49 पी एम तक
नक्षत्र: पुनर्वसु – 02:50 पी एम तक
योग: शुभ – 01:08 पी एम तक
करण: तैतिल – 04:49 पी एम तक
द्वितीय करण: गर – 04:49 ए एम, नवम्बर 21 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: बुधवार
अमान्त महीना: कार्तिक
पूर्णिमान्त महीना: मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि: मिथुन – 08:47 ए एम तक
सूर्य राशि: वृश्चिक