पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज शनिवार है और इस दिन शनि देव के साथ ही पीपल की पूजा करने की परंपरा है। माना जाता है कि जो लोग शनिवार को पीपल की पूजा करते हैं, उनकी कुंडली के शनि दोषों का असर कम होता है। इसी वजह से शनिवार को पीपल की पूजा करने की सलाह दी जाती है।
आज का विचार
जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं, बल्कि उन से बचना है। कुशलता पूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है
आज का भगवद् चिन्तन
क्लेशों से मुक्ति
बाहर के दुःखों से मनुष्य लड़ लेता है लेकिन भीतर के क्लेशों का सामना करना उसके लिए सबसे कठिन हो जाता है। अब बात चाहे उसके स्वयं के भीतर की हो या घर के भीतर की, दोनों ही क्लेश एक मनुष्य को तोड़ने के लिए किसी शस्त्र के समान हैं। भीतर का युद्ध जीतना इसलिए भी अति कठिन हो जाता है क्योंकि मनुष्य सबको समझा लेता है लेकिन स्वयं के भीतर हो या घर के भीतर, दोनों को समझाना आसान नहीं हो पाता।
दुनिया में अपनी वीरता का पराक्रम दिखाने वाला शूरवीर भी भीतर के क्लेशों के आगे मात खाकर हताश हो जाता है। भीतर की शांति ही हमारे जीवन में प्रसन्नता का स्तर निर्धारित करती है। स्वयं के भीतर हो अथवा घर के भीतर, जहाँ शांति का वास होता है, वहाँ मनुष्य के जीवन में खुशियों का निवास भी होता है। मन के भीतर की शांति किसी मनुष्य को खुशहाल कर देती है और घर के भीतर की शांति पूरे जीवन को ही निहाल कर देती है।
आज का पंचांग
शनिवार, जनवरी 4, 2025
सूर्योदय: 07:15
सूर्यास्त: 17:38
तिथि: पञ्चमी – 22:00 तक
नक्षत्र: शतभिषा – 21:23 तक
योग: सिद्धि – 10:08 तक
करण: बव – 10:51 तक
द्वितीय करण: बालव – 22:00 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: कुम्भ
सूर्य राशि: धनु
प्रविष्टे/गते: 21