हिमशिखर धर्म डेस्क
इस बार शिवरात्रि पर लगातार दो दिन शिव पर्व का शुभ संयोग बनेगा। इसमें आज 28 फरवरी, सोमवार को प्रदोष व्रत और 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व रहेगा। दोनों दिन शिव पूजा और व्रत करने का शुभ फल और बढ़ जाएगा। इससे पहले 12-13 फरवरी 2018 को भी ऐसा हुआ था।
ज्योतिषाचार्य उदय शंकर भट्ट बताते हैं कि दोनों शिव पर्व पर शुभ योग रहेंगे। सोमवार को प्रदोष व्रत पर सर्वार्थसिद्धि योग में शिव पूजा होने से शुभ फल और बढ़ जाएगा। वहीं, इस बार महाशिवरात्रि पर शिवयोग के साथ ही मकर राशि में पंचग्रही योग और कुंभ राशि में सूर्य-गुरु की युति रहेगी। सितारों की इस स्थिति से शिव उपासना का पुण्य फल दुगना हो जाएगा।
सोम प्रदोष (28 फरवरी): इस दिन त्रयोदशी तिथि होने से प्रदोष व्रत किया जाएगा। सोमवार यानी शिवजी का दिन होने से ये व्रत और भी खास रहेगा। इस दिन सूर्योदय और सूर्यास्त से पहले यानी दिन में दो बार नहाकर शिवजी की पूजा की जाती है। सोम प्रदोष पर व्रत और शिव पूजा से मनोकामना पूरी होती है और जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। शिवरात्रि से पहले सोम प्रदोष होना विशेष शुभ होता है।
महाशिवरात्रि (1 मार्च): इस दिन फाल्गुन महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि होने से महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। शिव पुराण का कहना है कि पहली बार शिवजी लिंग रूप में इस तिथि पर प्रकट हुए थे। इस दिन पहली बार भगवान विष्णु और ब्रह्माजी ने शिवजी की पूजा की थी। इस पर्व पर शिवजी की विशेष पूजा न भी कर पाएं तो सिर्फ जल और बिल्वपत्र चढ़ाने से भी शिव महापूजा का पुण्यफल मिलता है।