पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज हिन्दी पंचांग ते नवें महीने अगहन यानी मार्गशीर्ष का दूसरा दिन है। अगहन मास में पूजा-पाठ के साथ ही श्रीकृष्ण के मंत्रों का जप करना चाहिए और श्रीमद् भगवद् गीता का पाठ करना चाहिए।
मार्गशीर्ष मास धर्म-कर्म के साथ ही सेहत के लिए भी बहुत खास है। इस महीने से ठंड का असर शुरू हो जाता है। इन दिनों में खान-पान और जीवन शैली में की गई लापरवाही की वजह से मौसमी बीमारियां बहुत जल्दी हो जाती हैं। इसलिए मार्गशीर्ष मास में भोजन और जीवन शैली को लेकर सतर्क रहना चाहिए। जानिए इस माह से जुड़ी खास बातें…
• श्रीकृष्णजी ने अर्जुन को उपदेश देते समय कहा था कि मासानां मार्गशीर्षोऽहम् यानी महीनों में मार्गशीर्ष मैं ही हूं। इसलिए ये महीना श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए बहुत खास है। इन दिनों में श्रीकृष्ण से जुड़ी पौराणिक तीर्थों की यात्रा की जाती है। इस महीने में मथुरा, वृंदावन, गोकुल और गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने काफी लोग पहुंचते हैं।
अगहन मास में रोज सुबह सूर्योदय से पहले जागना चाहिए और स्नान के बाद उगते सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। सुबह-सुबह के समय कुछ देर सूर्य की रोशनी में रहेंगे तो सेहत को भी लाभ मिलेंगे। ठंड के दिनों में सुबह की धूप शरीर में विटामिन डी की पूर्ति करती है। विटामिन डी की वजह से हमारा इम्यून सिस्टम ठीक से काम करता है। सूर्य को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का उपयोग करें। जल चढ़ाते समय ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जप करें।
सूर्य को अर्घ्य चढ़ाने के बाद घर के मंदिर भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद श्रीकृष्ण पूजा करें। दक्षिणावर्ती शंख में जल-दूध भरकर श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए। कृ कृष्णाय नमः का जप करते हुए धूप-दीप जलाकर आरती करें। पूजा में माखन-मिश्री का भोग तुलसी के साथ लगाएं।
अच्छी सेहत के लिए अगहन मास में रोज सुबह कुछ देर सैर जरूर करनी चाहिए। सुबह का वातावरण स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा रहता है। सुबह की ताजी हवा सेहत को लाभ पहुंचाती है। सुबह की सैर से हमारा इम्यून सिस्टम भी एक्टिव रहता है और हमारा शरीर मौसमी बीमारियों का सामना करने के लिए तैयार रहता है।
आज का पंचांग
रविवार, नवम्बर 17, 2024
सूर्योदय: 06:45 ए एम
सूर्यास्त: 05:27 पी एम
तिथि: द्वितीया – 09:06 पी एम तक
नक्षत्र: रोहिणी – 05:22 पी एम तक
योग: शिव – 08:21 पी एम तक
करण: तैतिल – 10:24 ए एम तक
द्वितीय करण: गर – 09:06 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: कार्तिक
पूर्णिमान्त महीना: मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि: वृषभ – 04:31 ए एम, नवम्बर 18 तक
सूर्य राशि: वृश्चिक
आज का भगवद् चिन्तन
उचित त्याग भी करें
बड़े त्याग से ही बड़े लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। जीवन में जो कुछ भी हम प्राप्त करते हैं सबका कुछ न कुछ मूल्य अवश्य चुकाना ही पड़ता है। बिना उचित मूल्य अदा किए जीवन में किसी भी वस्तु की प्राप्ति नहीं हो सकती है। हम किसी वस्तु को लेने बाजार जाते हैं तो उसका एक उचित मूल्य अदा करने पर ही उसे प्राप्त कर पाते हैं। स्वामी विवेकानन्द जी कहा करते थे कि महान त्याग के बिना महान लक्ष्य को पाना संभव नहीं है।
यदि आपके जीवन का लक्ष्य महान है तो इस विचार को छोड़ दीजिए कि बिना त्याग और समर्पण के उसे प्राप्त कर लेंगे। नींव जितनी गहरी होगी भवन भी उतना ही ऊँचा एवं टिकाऊ बन पायेगा। कई प्रहार सहने के बाद ही पत्थर के भीतर छिपा हुआ ईश्वर का रूप प्रगट होता है। यदि आपका लक्ष्य चोटी तक पहुँचना है तो रास्ते में पड़े कंकड़-पत्थरों से होने वाले कष्ट को भी भूल जाना होगा।