यमुनोत्री
अब जल्द ही माँ यमुना की पौराणिक आरती अनुराधा पौडवाल की सुरीली आवाज में सुनी जा सकेगी। बुधवार को अनुराधा पौडवाल यमुनोत्री धाम की यात्रा पर पहुंचीं। जिस पर तीर्थ पुरोहितों ने अनुराधा के समक्ष पौराणिक आरती को अपनी आवाज देने का प्रस्ताव रखा, जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है।
जानी मानी गायिका अनुराधा पौडवाल का कल जन्मदिन था। इस खास मौके पर अपने परिजनों के साथ माँ यमुना के दर्शन करने पहुँचीं। इस अवसर पर पुरोहितों ने उनसे धाम की आरती को अपने मधुर कंठ से गाने की अपील की। जिसे उन्होंने स्वीकार किया। धाम के पुरोहितों के अनुरोध पर अनुराधा पौडवाल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य होगा कि वो पौराणिक आरती को अपनी आवाज देंगी। तीर्थ पुरोहित आशीष उनियाल ने उन्हें धाम से लगी चोटियों के बारे में जानकारी दी।
सदियों पुरानी है मां यमुना की आरती
यमुनोत्री धाम में मां यमुना की आरती सदियों पुरानी बताई जाती है। जय श्री यमुने मां श्री जय यमुने मां सूर्या सुता संज्ञा ऊर जन्मी जय जय अवतरणी श्री गोलोक निवासनी…शब्दों से सजी आरती का उल्लेख केदार खंड में भी मिलता है। पुरोहित आशीष उनियाल का कहना है कि मां यमुना की आरती सदियों से होती आ रही है। इसे पुरोहित समाज के बुजुर्गों ने लिखा था।