हिमशिखर खबर ब्यूरो
वृंदावनः पूर्व केंद्रीय सचिव भारत सरकार डा कमल टावरी (स्वामी कमलानंद) की वृंदावन को साफ-सुथरा रखने की मुहिम का कुछ घंटों बाद ही असर देखने को मिला। डा टाढरी के फोन पर सांसद हेमा मालिनी के निजी सचिव और जिला प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता के बाद मशीनरी सड़क पर उतर आई। जिस पर परिकम मार्ग पथ पर साफ-सफाई होने से गली व सड़क चमकने लगी।
सोमवार को स्वामी कमलानंद वृंदावन पहुंचकर परिकमा पथ पर गंदगी देखकर भड़क गए थे। उन्होंने संतो के साथ बैठककर दो दिन श्रमदान करने का निर्णय लिया। इसी के साथ स्वामी कमलानंद ने सांसद हेमामालिनी के निजी सचिव जनार्द्धन शर्मा और जिला अधिकारी के साथ फोन पर क्षेत्र में गंदगी होने पर नाराजगी जताई। स्वामी कमलानंद ने बताया कि सांसद क निजी सचिव ने बताया कि साफ-सफाई से जुडी मशीनें एमपी फंड से खरीदकर जिला प्रशासन को दी जा चुकी है। लेकिन मशीनें खाली पड़ी है। बताया कि सांसद हेमा मालिनी भी गंदगी के मामलों से दुखी है। निजी सचिव ने बताया कि जिला प्रशासन मामले में कोताही बरत रहा है। इसके बाद स्वामी कमलानंद ने जिला अधिकारी से भी बातचीत की। इसका परिणाम रहा कि कुछ घंटों बाद ही सरकारी मशीनरी परिक्रमा पथ पर स्कूफ-सफाई अभियान में उत्तर आई। स्वामी कमलानंद ने कहा कि वृंदावन में तेजी से साफ-सफाई होने लगी है। कहा कि लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागना होगा। जनता से अपील की प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें। प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए बहुत घातक है। कहा कि कचरे को खुले में नहीं फेंका जाना चाहिए। उन्होंने वृंदावन में पैदल भ्रमण के दौरान कई प्लाट खाली पड़े देखे, जिसमें कचरा जमा पड़ा हुआ था। कहा कि ऐसे खाली पड स्थानों में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। अफसोस जताते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की भूमि वृंदावन में जर्सी और भैंस का दूध बिक रहा है। कहा कि नकली दूध को देवताओं को चढ़ाकर नाटक किया जा रहा है। देशी गाय को पालना होगा।
इस मौके पर यूएनएसीसी ग्लोबल चेयरमैन डा रजत शर्मा, राम अवतार, वृजगोपाल सिंह, डा बीजी सिंह, संजीव आर्य, डा हरीश, अरिहंत जैन, लक्ष्मी नारायण सारस्वत, राजीव मिश्रा, अर्चना श्रीवास्तव, आदि मौजूद रहे।